यह मामला रेलवे भर्ती और पदोन्नति परीक्षाओं में भ्रष्टाचार को उजागर करने वाला बड़ा कदम है। सीबीआई की कार्रवाई के बाद रेलवे बोर्ड ने ग्रुप C और पदोन्नति से जुड़ी सभी विभागीय परीक्षाओं को निरस्त करने का निर्णय लिया है। अब सभी परीक्षाएं रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) द्वारा केंद्रीयकृत कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) के माध्यम से आयोजित की जाएंगी, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
मुख्य बिंदु:
- पदोन्नति परीक्षाएं रद्द – 4 मार्च की घटना के बाद अब तक हुई परीक्षाएं और जिनका परिणाम नहीं आया, वे सभी रद्द।
- स्थानीय स्तर पर परीक्षा नहीं होगी – अब प्रमोशन परीक्षाएं केंद्रीयकृत होंगी और RRB द्वारा आयोजित की जाएंगी।
- 26 अधिकारी और कर्मचारी निलंबित – सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में 26 अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया, जिनमें वरीय मंडल विद्युत अभियंता, कार्मिक अधिकारी और लोको निरीक्षक शामिल हैं।
- परिवार के लोग भी जांच के दायरे में – आरोपितों के मोबाइल फोन की जांच और वित्तीय लेनदेन की गहन पड़ताल की जा रही है।
- रेलवे कार्यालयों में सन्नाटा – सीबीआई छापेमारी के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों में भय का माहौल है, कोई भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं।
परिणाम और आगे की कार्रवाई:
- रेलवे भर्ती बोर्ड नई पारदर्शी परीक्षा प्रणाली लागू करेगा।
- सीबीआई पूरी भर्ती प्रक्रिया में शामिल लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
- रेलवे बोर्ड एक सख्त नीतिगत बदलाव लाकर भविष्य में भ्रष्टाचार रोकने की दिशा में कदम उठाएगा।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि रेलवे में भर्ती और पदोन्नति प्रणाली को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की आवश्यकता है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और रेलवे भर्ती को भरोसेमंद बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है।