📢 माध्यमिक शिक्षकों को गंभीर रोग होने पर 1 लाख की आर्थिक सहायता!
लखनऊ, अमर उजाला ब्यूरो। प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की नियमावली में संशोधन करते हुए गंभीर रोग से ग्रस्त शिक्षकों के लिए आर्थिक सहायता राशि 30,000 से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये कर दी है। इसके अलावा, मृत शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए भी सहायता राशि 10,000 से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये कर दी गई है।
✅ महत्वपूर्ण बदलाव:
- 🔹 गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षकों को अब 30,000 के बजाय 1,00,000 रुपये की सहायता मिलेगी।
- 🔹 मृत शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए 10,000 के बजाय 1,00,000 रुपये की मदद दी जाएगी।
- 🔹 तत्काल सहायता: शिक्षक को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद मंत्री के अनुमोदन के बाद एक सप्ताह में प्रदान की जाएगी।
- 🔹 अतिरिक्त सहायता: विशेष परिस्थितियों में अतिरिक्त धनराशि भी दी जा सकती है, जिसके लिए सक्षम अधिकारी का प्रमाणपत्र आवश्यक होगा।
📌 आवेदन कैसे करें?
शिक्षकों और उनके आश्रितों की सहायता के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए एक नया पोर्टल बनाया जाएगा, जहां आवेदन एक निश्चित समय सीमा में निस्तारित किए जाएंगे।
📌 निर्णय लेने के लिए गठित की गई कमेटी
इन योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा। इसके अलावा, योजना के लिए कोष बढ़ाने की आवश्यकता भी जताई गई है।
🏫 सहयोग राशि में हुआ बदलाव
- 📍 कक्षा 1 से 8: झंडा शुल्क अब ₹2 से बढ़ाकर ₹5 किया गया।
- 📍 कक्षा 9 से 12: सहयोग राशि अब ₹10 होगी।
- 📍 शिक्षक दिवस: शिक्षकों से ₹100 सहयोग राशि लेने पर विचार किया जा रहा है, जिसका निर्णय शिक्षक संगठनों से चर्चा के बाद लिया जाएगा।
📢 निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माध्यमिक शिक्षकों के लिए लिया गया यह फैसला एक बड़ी राहत साबित होगा। गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों को अब अधिक आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे वे अपना बेहतर इलाज करवा सकेंगे। वहीं, मृत शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए सहायता राशि बढ़ने से उनके परिवारों को भी राहत मिलेगी।
👉 अगर आप शिक्षक हैं या किसी शिक्षक को जानते हैं, तो इस जानकारी को जरूर साझा करें ताकि वे इसका लाभ उठा सकें! 📢