520 चयनित एलटी ग्रेड और प्रवक्ता शिक्षकों की तैनाती अधर में, दो महीने से इंतजार
उत्तर प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में चयनित 520 सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) और प्रवक्ता तैनाती के लिए दो महीने से इंतजार कर रहे हैं। 23 से 27 दिसंबर 2024 के बीच इनसे विद्यालयों के विकल्प लिए गए थे, लेकिन अब तक माध्यमिक शिक्षा विभाग ने उन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए हैं।
क्या है मामला?
✔ 2018 की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत अवशेष श्रेष्ठता सूची से आठ विषयों में 400 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने 28 जून 2023 को किया था।
✔ इन चयनित अभ्यर्थियों का 17 से 25 जुलाई 2023 तक अभिलेख सत्यापन कराया गया और सितंबर 2023 के अंत तक उनकी फाइल माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेज दी गई।
✔ इसी तरह, 2020 की प्रवक्ता भर्ती परीक्षा से चयनित अभ्यर्थियों का भी परिणाम निदेशालय को तैनाती के लिए भेजा गया था।
✔ स्कूलों के ऑनलाइन विकल्प लिए गए, कॉलेज आवंटित भी कर दिए गए, लेकिन नियुक्ति पत्र जारी नहीं हुए।
✔ अब अभ्यर्थी प्रयागराज से लखनऊ तक चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा।
शिक्षा विभाग की क्या सफाई?
अपर निदेशक (राजकीय) अजय कुमार द्विवेदी ने कहा –
“अवशेष श्रेष्ठता सूची से चयनित शिक्षकों के पदस्थापन के लिए विकल्प मांगे जा चुके हैं। कुछ तकनीकी कारणों से नियुक्ति पत्र जारी नहीं हो सके हैं, जो दो सप्ताह में जारी कर दिए जाएंगे।”
लेकिन, अभ्यर्थी विभाग के इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि वे पहले भी कई बार ऐसे ही वादे सुन चुके हैं।
अभ्यर्थियों की नाराजगी और मांग
✔ चयनित अभ्यर्थी तैनाती में हो रही देरी से बेहद नाराज हैं और शीघ्र नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग कर रहे हैं।
✔ उनका कहना है कि सवा साल पहले चयनित होने के बावजूद वे अब तक बेरोजगार बैठे हैं।
✔ कई अभ्यर्थियों ने शिक्षा निदेशालय और शासन से अपील की है कि इस देरी को जल्द दूर किया जाए।
अब क्या होगा?
▶ शिक्षा विभाग ने कहा है कि दो सप्ताह में नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन अभ्यर्थियों की चिंता बनी हुई है।
▶ अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो संभावना है कि अभ्यर्थी बड़े स्तर पर विरोध दर्ज करा सकते हैं।
▶ अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग अपने वादे पर कितना खरा उतरता है।