123 वर्षों में सबसे गर्म फरवरी, अप्रैल से हीट वेव की आशंका
फरवरी 2025 का महीना पिछले 123 वर्षों में सबसे गर्म दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले का औसत तापमान (अधिकतम और न्यूनतम मिलाकर) सामान्य रूप से 22.4 डिग्री सेल्सियस होता है, लेकिन इस साल यह 1.37 डिग्री अधिक रहा।
हीट वेव का खतरा, अप्रैल से ही बढ़ेगी तपिश
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फरवरी में हुई यह असामान्य गर्मी इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का संकेत दे रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, अप्रैल से ही लोगों को हीट वेव (लू) का सामना करना पड़ सकता है।
123 वर्षों का रिकॉर्ड टूटा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वातावरण एवं समुद्र विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शैलेंद्र राय के अनुसार,
✔ मौसम विभाग ने वर्ष 1901 से तापमान के आंकड़े रिकॉर्ड करना शुरू किया था।
✔ फरवरी में सामान्य औसत तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए था।
✔ लेकिन इस वर्ष यह 1.37 डिग्री अधिक रहा, जो ऐतिहासिक रूप से असामान्य है।
इस तापमान वृद्धि को लेकर विशेषज्ञों ने ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन को मुख्य कारण बताया है।
क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार,
✔ इस बार गर्मी का प्रकोप अधिक रहेगा और अप्रैल से ही भीषण गर्मी शुरू हो सकती है।
✔ मानसून में देरी और बारिश की कमी की भी संभावना जताई जा रही है।
✔ हीट वेव के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं, विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों के लिए यह घातक साबित हो सकती है।
गर्मी से बचाव के लिए क्या करें?
विशेषज्ञों ने हीट वेव से बचाव के लिए कुछ सुझाव दिए हैं –
- धूप में निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच।
- हल्के और ढीले कपड़े पहनें, जिससे शरीर ठंडा रह सके।
- पर्याप्त मात्रा में पानी और ओआरएस घोल का सेवन करें।
- गर्मी से राहत के लिए छाता, टोपी या दुपट्टे का इस्तेमाल करें।
- गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष
123 वर्षों में फरवरी का तापमान सबसे अधिक गर्म दर्ज किया गया है, जिससे यह साफ संकेत मिल रहे हैं कि इस बार गर्मी असहनीय होने वाली है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अप्रैल से ही हीट वेव का असर दिखने लगेगा। ऐसे में लोगों को गर्मी से बचाव के लिए अभी से सतर्क रहने की जरूरत है।
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