भाजपा की मिशन-2027 की तैयारी: शिक्षकों के बीच मजबूत पकड़ बनाने की रणनीति
भाजपा ने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। हर वर्ग और समाज में गहरी पैठ बनाने के लिए पार्टी ने विभिन्न मोर्चों को सक्रिय कर दिया है। इसी क्रम में शिक्षक प्रकोष्ठ को भी मजबूती देने की दिशा में अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं के समाधान और संगठन को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
ग्रीष्मावकाश में होगा शिक्षकों का सम्मेलन
बैठक में तय किया गया कि ग्रीष्मावकाश के दौरान जिलेवार शिक्षक सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान निकालना होगा। इसके साथ ही, शिक्षक संगठन की संरचना को कॉलेज प्रमुख तक मजबूत करने का निर्णय लिया गया है। इस प्रक्रिया में सक्रिय और समर्पित शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे संगठन और अधिक प्रभावी बन सके।
पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण बैठक
रविवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक व एमएलसी श्रीचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल भी उपस्थित रहे। इस दौरान उन्होंने शिक्षक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों से आह्वान किया कि वे शिक्षकों की समस्याओं के समाधान में सक्रिय भूमिका निभाएं और सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए कार्यों को समाज तक पहुंचाने का कार्य करें।
धर्मपाल ने कहा कि विपक्ष समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास कर रहा है, जबकि शिक्षक समाज को एकजुट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए शिक्षक प्रकोष्ठ को और अधिक मजबूत किया जाएगा ताकि यह समाज और राष्ट्र को जोड़ने में अपनी भूमिका निभा सके।
सीएम से मिलकर समस्याओं का समाधान
बैठक में प्रदेश संयोजक श्रीचंद्र शर्मा ने आगामी कार्यक्रमों और शिक्षक प्रकोष्ठ की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, तदर्थ शिक्षकों, विषय विशेषज्ञों और वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की जा रही है। इसके अलावा, सीबीएसई स्कूलों की मान्यता के लिए एनओसी नियमों को सरल करने के लिए केंद्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया गया।
प्रदेश सरकार से मांग की गई कि यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त विद्यालयों को सीबीएसई से जोड़ने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया जाए ताकि अधिक से अधिक विद्यालय इसका लाभ उठा सकें।
शिक्षकों के लिए आयुष्मान योजना और मानदेय बढ़ाने की मांग
बैठक के बाद शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य संविदाकर्मियों के लिए आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने और उनके मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया। इसके अलावा, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए अंतरजनपदीय स्थानांतरण की सुविधा देने की भी मांग की गई।
शिक्षक सम्मेलन से होगी संगठन की मजबूती
भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ ने यह सुनिश्चित किया है कि आगामी ग्रीष्मावकाश के दौरान जिला स्तर पर योजनाबद्ध तरीके से शिक्षक सम्मेलन आयोजित किए जाएं। इन सम्मेलनों के जरिए शिक्षकों की समस्याओं का समाधान निकालने के साथ-साथ, भाजपा सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी भी साझा की जाएगी।
निष्कर्ष
भाजपा ने मिशन-2027 की तैयारी में शिक्षक समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। शिक्षकों को न केवल पार्टी के साथ जोड़ा जा रहा है, बल्कि उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है। शिक्षकों की भूमिका समाज को जोड़ने और मजबूत करने में महत्वपूर्ण होती है, इसलिए भाजपा उन्हें संगठन का एक अहम हिस्सा बना रही है। आगामी वर्षों में इन प्रयासों का असर विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिलेगा।
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