सभी को मिलेगी पेंशन! सरकार ला रही है यूनिवर्सल पेंशन योजना
18 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को मिलेगा पेंशन का लाभ
नई दिल्ली। सरकार अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को पेंशन के दायरे में लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए यूनिवर्सल पेंशन योजना का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसमें संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल होंगे।
वर्तमान में, निर्माण श्रमिक, घरेलू कर्मचारी और दिहाड़ी मजदूर जैसी श्रेणियां किसी भी सरकारी पेंशन योजना के तहत नहीं आतीं। लेकिन इस नई योजना में हर कोई पेंशन अर्जित करने के लिए स्वतंत्र होगा।
योजना की खास बातें:
✔️ स्वैच्छिक और अंशदायी योजना होगी – लाभार्थियों को खुद ही योगदान देना होगा।
✔️ रोजगार से बंधी नहीं होगी – कोई भी इसमें शामिल हो सकता है।
✔️ सरकार का कोई वित्तीय योगदान नहीं होगा – पेंशन पूरी तरह से व्यक्ति के योगदान पर निर्भर होगी।
✔️ सभी वेतनभोगी कर्मचारियों और स्वरोजगार करने वालों को लाभ मिलेगा।
✔️ ईपीएफओ जैसी मौजूदा योजनाओं से अलग होगी – क्योंकि इसमें योगदान वैकल्पिक होगा।
मौजूदा पेंशन योजनाओं का क्या होगा?
सरकार की कई मौजूदा पेंशन योजनाओं को एकीकृत करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे पूरे समाज में पेंशन कवरेज का विस्तार हो सके।
मौजूदा योजनाएं और उनका योगदान:
▶️ अटल पेंशन योजना (APY) – 60 वर्ष की उम्र के बाद ₹1,000 से ₹5,000 तक मासिक पेंशन।
▶️ प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (PM-SYM) – रेहड़ी-पटरी वालों, घरेलू कामगारों, मजदूरों के लिए।
▶️ एनपीएस ट्रेडर्स योजना – व्यापारियों और स्वरोजगार करने वालों के लिए, जहां ₹55 से ₹200 तक का योगदान देकर ₹3,000 मासिक पेंशन मिलती है।
सरकार इन योजनाओं को एकीकृत करके प्रक्रियाओं को सरल बनाने और अधिक लाभार्थियों को जोड़ने का लक्ष्य बना रही है।
क्या अटल पेंशन योजना भी होगी शामिल?
सरकार अटल पेंशन योजना को भी इस नई योजना में शामिल कर सकती है।
इसके अलावा, निर्माण उद्योग के श्रमिकों के लिए “भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण उपकर” का उपयोग कर पेंशन फंड बनाया जा सकता है।
👉 राज्यों को भी अपनी पेंशन योजनाओं को इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे डुप्लिकेट लाभार्थी हटेंगे और सरकारी फंडिंग का समान वितरण होगा।
भारत में बढ़ती बुजुर्ग आबादी – पेंशन क्यों जरूरी?
✅ 2036 तक भारत में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों की संख्या 22.7 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
✅ 2050 तक यह संख्या बढ़कर 34.7 करोड़ यानी कुल जनसंख्या का 20% हो जाएगी।
👉 ऐसे में यूनिवर्सल पेंशन योजना भारत की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
निष्कर्ष
सरकार की यह योजना देश के हर नागरिक को पेंशन का अधिकार देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। स्वैच्छिक योगदान प्रणाली के तहत कोई भी व्यक्ति 18 साल की उम्र से ही निवेश शुरू कर सकता है और 60 साल की उम्र के बाद पेंशन का लाभ उठा सकता है।
👉 अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले वर्षों में करोड़ों लोगों को सामाजिक सुरक्षा का मजबूत सहारा मिलेगा!