📚 बोर्ड परीक्षा में बड़ी लापरवाही! विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को मिला कला वर्ग का हिंदी प्रश्नपत्र
उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षा के दौरान एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। इंटरमीडिएट के विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को कला वर्ग की हिंदी का प्रश्नपत्र दे दिया गया। इस गलती से नाराज छात्रों ने परीक्षा के अगले दिन कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और पुनः परीक्षा कराने की मांग उठाई।
📌 कहां और कैसे हुई गलती?
मंझनपुर तहसील के देवशरण स्मारक इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा के लिए बरैसा स्थित आश्रम पद्धति स्कूल को केंद्र बनाया गया था। सोमवार को यहां करीब 150 विद्यार्थी हिंदी की परीक्षा देने पहुंचे थे।
छात्रों के अनुसार, विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को सामान्य हिंदी का प्रश्नपत्र दिया जाना था, लेकिन गलती से उन्हें कला वर्ग की हिंदी का प्रश्नपत्र दे दिया गया। इससे छात्रों का बहुमूल्य समय बर्बाद हो गया और परीक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
📣 विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन
- इस गलती से नाराज होकर करीब 45 छात्रों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से मुलाकात की।
- उन्होंने परीक्षा निरस्त कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग उठाई।
- छात्रों का कहना था कि अगर उन्हें सही प्रश्नपत्र मिलता तो परीक्षा और बेहतर हो सकती थी।
🗣️ डीएम का बयान – “10 मिनट बाद ही प्रश्नपत्र बदल दिया गया था”
इस मामले पर जिलाधिकारी (डीएम) मधुसूदन हुल्गी ने सफाई देते हुए कहा कि गलती होने के तुरंत बाद ही 10 मिनट के अंदर सही प्रश्नपत्र उपलब्ध करा दिया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि किसी भी विद्यार्थी की परीक्षा प्रभावित नहीं हुई।
“प्रवेश पत्र में गड़बड़ी की वजह से विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को गलत प्रश्नपत्र दे दिया गया था। जैसे ही गलती का पता चला, 10 मिनट के भीतर सही प्रश्नपत्र वितरित कर दिया गया।” – मधुसूदन हुल्गी, डीएम
⚖️ क्या दोबारा होगी परीक्षा?
विद्यार्थियों की मांग को ध्यान में रखते हुए डीएम ने जांच का आश्वासन दिया है। यदि गलती गंभीर पाई जाती है, तो परीक्षा पुनः आयोजित कराई जा सकती है।
📢 विद्यार्थियों की मांग और निष्कर्ष
- विद्यार्थियों का कहना है कि गलत प्रश्नपत्र मिलने से उनकी परीक्षा प्रभावित हुई।
- वे न्यायसंगत समाधान चाहते हैं और परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
- डीएम ने मामले की जांच का आदेश दिया है और उचित निर्णय लेने का भरोसा दिलाया है।
👉 क्या इस तरह की गलतियों से छात्रों के भविष्य पर असर पड़ता है? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं! 💬