चीन में मिला बैट कोरोना वायरस: क्या यह नया खतरा बन सकता है? 🦠
दुनियाभर में आज भी चीन की लैब से कोरोना वायरस के फैलने को लेकर सवाल उठाए जाते हैं। इस बीच, एक और नए बैट कोरोना वायरस की पहचान की गई है, जिसे एचकेयू-5-कोव-2 नाम दिया गया है। यह वायरस अभी इंसानों में नहीं फैला है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सीधे इंसानी कोशिकाओं में प्रवेश कर सकता है।
🦠 क्या है नया बैट कोरोना वायरस?
नए पहचाने गए एचकेयू-5-कोव-2 वायरस को वैज्ञानिकों ने भविष्य में इंसानों के लिए खतरा बताया है। यह मेरबेकोवायरस उपश्रेणी का हिस्सा है, जिसमें एमईआरएस-कोव भी शामिल है। एमईआरएस वायरस 2012 में मध्य पूर्व में फैला था और इससे संक्रमित लोगों में से 36% की मौत हो गई थी।
🔬 वायरस का प्रभाव और संभावित खतरा
रिपोर्ट के अनुसार, यह वायरस इंसानों के ACE-2 रिसेप्टर से जुड़ सकता है, जो शरीर में संक्रमण फैलाने का रास्ता खोल सकता है। ACE-2 रिसेप्टर वही तत्व है, जिससे कोविड-19 का वायरस भी जुड़ता है।
📈 वैक्सीन कंपनियों के शेयर में उछाल
नए वायरस की जानकारी के बाद फार्मा कंपनियों के शेयरों में उछाल देखा गया। मॉडर्ना इंक. के शेयर 6.6%, नोवावैक्स के 7.8%, और बायोएनटेक के शेयर 5.1% तक बढ़ गए, जबकि फाइजर के शेयर 2.6% तक चढ़े।
⚠️ क्या फिर आ सकती है नई महामारी?
वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी इस वायरस पर शोध जारी है, लेकिन इसके संभावित संक्रमण को देखते हुए सतर्कता जरूरी है। यह वायरस एमईआरएस और कोविड-19 से जुड़ा है, इसलिए यह इंसानों में फैलने की क्षमता रखता है।
🔍 निष्कर्ष
हालांकि, एचकेयू-5-कोव-2 अभी तक इंसानों में नहीं फैला है, लेकिन इसकी पहचान और गुणधर्मों के कारण इसे लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। वैज्ञानिक इस पर गहराई से अध्ययन कर रहे हैं, ताकि भविष्य में किसी भी महामारी से बचाव किया जा सके।