पहली बार जीन थेरेपी से अंधेपन का सफल इलाज
लंदन, यूके: मेडिकल साइंस में एक बड़ी सफलता मिली है! ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने जन्मजात अंधेपन के इलाज के लिए पहली बार जीन थेरेपी का सफलतापूर्वक प्रयोग किया है।
क्या है यह बीमारी?
कुछ बच्चों में लेबर कंजेनाइटल एमोरॉसिस (LCA) नामक आनुवंशिक बीमारी पाई जाती है, जिससे उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। इस बीमारी के कारण प्रभावित व्यक्ति को रोशनी और रंगों में अंतर करने में कठिनाई होती है, और समय के साथ वे पूरी तरह अंधे हो सकते हैं।
कैसे हुआ इलाज?
ब्रिटेन के ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने 2020 में चार बच्चों पर जीन थेरेपी का प्रयोग किया। इस प्रक्रिया में आंखों में स्वस्थ जीन को प्रत्यारोपित किया गया, जिससे प्रभावित बच्चों की आंखों की रोशनी वापस आने लगी।
खुश हैं माता-पिता
अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाले छह वर्षीय जेन को इस थेरेपी से लाभ मिला। जेन की मां ने कहा, पहले जेन कुछ भी देखने में असमर्थ था, लेकिन अब वह बिना किसी सहारे के चल सकता है। यह हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं!
चारों बच्चों को हुआ फायदा
इस थेरेपी के बाद चारों बच्चों की एक-एक आंख की रोशनी आ गई। इस प्रयोग से यह साबित हो गया कि जीन थेरेपी से जन्मजात अंधेपन का इलाज संभव है।
भविष्य की उम्मीद
यह चिकित्सा पद्धति भविष्य में लाखों बच्चों के लिए नई उम्मीद बन सकती है। वैज्ञानिक इस थेरेपी को और बेहतर बनाने के लिए शोध कर रहे हैं, जिससे पूरी तरह दृष्टिहीन बच्चों का भी इलाज संभव हो सके।
यह खबर चिकित्सा जगत में एक क्रांतिकारी कदम है और भविष्य में अंधेपन को दूर करने की नई राह खोल सकती है।