अब स्कूली बच्चे बनाएंगे परिजनों, पड़ोसियों को साक्षर
लखनऊ: प्रदेश में 15 वर्ष से ऊपर के करीब 25 लाख लोगों को साक्षर बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसमें एनएसएस, एनसीसी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जा रहा है। अब कक्षा पांच व उससे ऊपर के स्कूली बच्चे भी अपने परिवार व पड़ोसियों को साक्षर बनाने में मदद करेंगे।
प्रदेश में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को दी जाएगी गति
बेसिक शिक्षा विभाग ने नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को गति देने के लिए कमर कस ली है। इस अभियान में विशेष रूप से महिलाओं, एससी-एसटी, अल्पसंख्यकों, दिव्यांगों, केद्रीय व श्रमिकों को साक्षर किया जाएगा ताकि उनके बच्चों की शिक्षा में अपेक्षित सकारात्मक बदलाव हो सके।
साक्षरता परीक्षा भी होगी
इस कार्यक्रम के तहत प्राथमिक विद्यालयों में सामाजिक चेतना केंद्र की स्थापना होगी, जहां से आठवीं कक्षा के विद्यार्थी अपने माता-पिता, दादा-दादी व अन्य परिजनों को साक्षर करने में मदद करेंगे। इन्हें पढ़ना, लिखना, सामान्य ज्ञान, डिजिटल शिक्षा व अन्य आवश्यक जीवन कौशल की जानकारी दी जाएगी।
यह पहल प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगी।