भारत में इस साल 9.2% बढ़ सकता है वेतन
नई दिल्ली | वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद भारत में वेतन में वृद्धि की उम्मीद।
वेतन वृद्धि की संभावनाएं
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता और विकास दर में नरमी के बावजूद भारत में वेतन में औसतन 9.2% की वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है। पिछले वर्ष यह वृद्धि 9.3% थी।
विभिन्न क्षेत्रों में वेतन वृद्धि का असर
45 उद्योगों की 1,400 से अधिक कंपनियों के अध्ययन में पाया गया कि इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग और वित्तीय सेवाओं में वेतन वृद्धि की दर अधिक रह सकती है।
इंजीनियरिंग और डिजाइनिंग सेवाओं में 10.2% तक वेतन वृद्धि हो सकती है, जबकि वित्तीय सेवाओं में 10% की वृद्धि का अनुमान है।
क्या हैं प्रमुख कारण?
रिपोर्ट के अनुसार, वेतन वृद्धि में गिरावट का रूस-यूक्रेन युद्ध, वैश्विक व्यापार नीति और अन्य आर्थिक कारकों का प्रभाव देखा जा सकता है।
हालांकि, भारत की आर्थिक स्थिति स्थिर बनी हुई है और ग्रामीण मांग में सुधार देखा जा रहा है। निजी क्षेत्र में खर्च में वृद्धि से भी वेतन वृद्धि को समर्थन मिल सकता है।
नौकरियों और छंटनी का प्रभाव
2022 में 10.6% की औसत वेतन वृद्धि देखी गई थी, जो 2023 में घटकर 9.3% रह गई। 2024 में यह दर 9.2% रहने का अनुमान है।
कंपनियों ने 21.4% कर्मचारियों को बढ़ी हुई सैलरी दी थी, लेकिन 2024 में यह आंकड़ा घटकर 17.7% रहने की संभावना है।