विदेश जाने के लिए अनपढ़ बनने का खेल: पासपोर्ट प्रक्रिया में गड़बड़ी









विदेश जाने के लिए अनपढ़ बनने का खेल: पासपोर्ट प्रक्रिया में गड़बड़ी

विदेश जाने के लिए अनपढ़ बनने का खेल: पासपोर्ट प्रक्रिया में गड़बड़ी

लेखक: सुहेल खान | तिथि: 2025

✅ पढ़े-लिखे लोग क्यों बन रहे अनपढ़?

विदेश में नौकरी करने की चाहत में लोग शिक्षित होते हुए भी खुद को अनपढ़ घोषित कर रहे हैं। खासकर वे लोग, जिनके मार्कशीट, आधार या पैन कार्ड में नाम की स्पेलिंग अलग-अलग दर्ज है। पासपोर्ट आवेदन में इन दस्तावेजों का मिलान जरूरी होता है, लेकिन सुधार की लंबी प्रक्रिया से बचने के लिए लोग खुद को ईसीआर (Emigration Check Required) कैटेगरी में डालकर पासपोर्ट बनवा रहे हैं।

📌 कैसे चल रहा यह खेल?

उदाहरण के तौर पर, कानपुर के अंशुल (बदला नाम) को दोस्तों के साथ सिंगापुर जाना था। वह एमकॉम पास हैं, लेकिन उनके आधार और मार्कशीट में नाम की स्पेलिंग अलग थी।

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  • पासपोर्ट के लिए दोनों दस्तावेजों में नाम का मिलान जरूरी था, लेकिन इसमें समय और झंझट ज्यादा था।
  • ट्रैवल एजेंट की सलाह पर उन्होंने खुद को अनपढ़ घोषित किया, जिससे पासपोर्ट आसानी से बन गया।

🛑 ईसीआर कैटेगरी में हो रही हेराफेरी

ईसीआर पासपोर्ट उन लोगों के लिए जरूरी होता है, जो दसवीं कक्षा पास नहीं हैं और विदेश में मजदूरी या घरेलू काम के लिए जाते हैं।

  • कानपुर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में हर महीने 250-300 ऐसे आवेदन आते हैं।
  • इनमें बड़ी संख्या में वे लोग शामिल हैं, जो पढ़े-लिखे होते हुए भी खुद को अनपढ़ बता रहे हैं
  • ट्रैवल एजेंट इस प्रक्रिया में लोगों को गाइड करते हैं, ताकि उन्हें बिना किसी रुकावट के पासपोर्ट मिल जाए।

💬 पासपोर्ट अधिकारी का बयान

शुभम सिंह, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, कहते हैं:

“पासपोर्ट के लिए आवेदनकर्ता को स्वहस्ताक्षरित फॉर्म भरना होता है, जिसमें उसकी शैक्षिक योग्यता की जानकारी होती है। अगर भविष्य में यह तथ्य गलत पाया जाता है, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”

✅ क्या है सही प्रक्रिया?

यदि पासपोर्ट आवेदन में नाम की स्पेलिंग अलग-अलग है, तो व्यक्ति को नीचे दिए गए दस्तावेजों में सुधार कराना अनिवार्य है:

  • मार्कशीट में सुधार (बोर्ड या यूनिवर्सिटी से संपर्क करना)
  • आधार कार्ड में नाम सुधार (यूआईडीएआई पोर्टल पर आवेदन)
  • पैन कार्ड में सही जानकारी अपडेट (एनएसडीएल या यूटीआईआईएसएल पोर्टल)

📌 ईसीएनआर पासपोर्ट कैसे मिलता है?

अगर कोई व्यक्ति तीन साल से अधिक विदेश में रहा हो, तो उसे ईसीएनआर (Emigration Check Not Required) पासपोर्ट मिल सकता है। उच्च शिक्षित लोगों को भी ईसीएनआर कैटेगरी में रखा जाता है।

⚠ क्या हो सकती है सजा?

पासपोर्ट आवेदन में गलत जानकारी देने पर जालसाजी का मामला दर्ज किया जा सकता है

  • 📌 विदेश यात्रा के दौरान जांच में फर्जी जानकारी पकड़ी गई तो वीजा निरस्त किया जा सकता है
  • 📌 भारत लौटने पर कानूनी कार्रवाई और भारी जुर्माना लगाया जा सकता है

🔍 निष्कर्ष

विदेश जाने की जल्दबाजी में लोग अनपढ़ बनने का रास्ता अपना रहे हैं, लेकिन यह भविष्य में परेशानी का कारण बन सकता है। पासपोर्ट आवेदन में सही जानकारी देना ही सुरक्षित और कानूनी तरीका है।

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