अपार आईडी पंजीयन में बहराइच के स्कूलों की उदासीनता से रैंकिंग में गिरावट
अपार आईडी पंजीयन में बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त प्राइवेट और एडेड स्कूलों की कम रुचि के कारण बहराइच जिले की प्रदेश रैंकिंग में गिरावट देखने को मिल रही है। सरकारी सख्ती के बावजूद प्राइवेट और एडेड स्कूल संचालक अपार पंजीयन पर विशेष जोर नहीं दे रहे हैं, जिससे जिले की रैंकिंग में चार पायदान गिरावट आकर यह पांचवें स्थान पर पहुंच गया है।
क्या है अपार आईडी पंजीयन?
छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों और उपलब्धताओं को रिकॉर्ड के रूप में सहेजने के उद्देश्य से सरकार ने सभी विद्यार्थियों का अपार पंजीयन अनिवार्य किया है। यह प्रक्रिया विद्यार्थियों को एक क्लिक पर उनके सभी रिकॉर्ड्स तक पहुंचाने में सहायक होगी।
प्राइवेट स्कूलों में विशेश्वरगंज और मिहींपुरवा सबसे पीछे
बहराइच जिले में प्राइवेट स्कूलों में शिक्षणरत कुल 87,818 छात्रों में से अब तक केवल 40,378 छात्रों का ही पंजीयन हो पाया है, जोकि कुल का 47.52% है। वहीं, एडेड स्कूलों में 7,358 छात्रों में से 5,029 का पंजीयन हुआ है, जो 66.60% है।
विशेष रूप से विशेश्वरगंज और मिहींपुरवा ब्लॉक की स्थिति काफी चिंताजनक है। विशेश्वरगंज में केवल 28.49% और मिहींपुरवा में 30.53% छात्रों का ही पंजीयन हुआ है।
ब्लॉकवार स्थिति पर एक नजर
ब्लॉक | कुल छात्र | पंजीकृत छात्र | प्रतिशत |
---|---|---|---|
विशेश्वरगंज | 4806 | 1378 | 28.49% |
मिहींपुरवा | 8719 | 2615 | 30.53% |
नगर | 4253 | 2088 | 45.69% |
नवाबगंज | 4190 | 2702 | 64.46% |
बहराइच की रैंकिंग में गिरावट
बहराइच जिले में 32.98% की पेंडेंसी के कारण यह प्रदेश रैंकिंग में पांचवें स्थान पर खिसक गया है। तुलना के लिए:
- पीलीभीत – 28.65% पेंडेंसी (पहला स्थान)
- चित्रकूट – 28.77% पेंडेंसी (दूसरा स्थान)
- महोबा – 31.45% पेंडेंसी (तीसरा स्थान)
- हमीरपुर – 32.39% पेंडेंसी (चौथा स्थान)
क्या हैं इसके कारण?
बहराइच के प्राइवेट और एडेड स्कूल संचालक अपार पंजीयन को लेकर उदासीन नजर आ रहे हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं:
- प्रक्रिया की जटिलता और तकनीकी समस्याएं
- स्कूलों में जागरूकता और तकनीकी ज्ञान की कमी
- सरकारी सख्ती के बावजूद प्रभावी निगरानी की कमी
सरकार और बीएसए की सख्ती
सरकार और बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आशीष सिंह द्वारा कड़ी सख्ती के बावजूद प्राइवेट स्कूलों में पंजीयन की रफ्तार धीमी है। बीएसए ने कहा कि जिले में कुल नामांकित 4,43,216 बच्चों में से 3,87,969 छात्रों का अपार पंजीयन हो चुका है, लेकिन प्राइवेट स्कूलों में रुझान बेहद कम है।
निष्कर्ष
अपार आईडी पंजीयन विद्यार्थियों के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे उनके शैक्षणिक रिकॉर्ड हमेशा सुरक्षित और सुलभ रहेंगे। बहराइच जिले में प्राइवेट और एडेड स्कूलों द्वारा इस दिशा में और अधिक सक्रियता दिखाने की आवश्यकता है, ताकि जिले की प्रदेश रैंकिंग में सुधार हो और विद्यार्थी सशक्त बनें।