संत रविदास जयंती पर 12 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश – प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला
प्रदेश सरकार ने 12 फरवरी को संत रविदास जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। यह घोषणा सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव जितेंद्र कुमार की ओर से जारी आदेश के माध्यम से की गई है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह अवकाश निर्बंधित अवकाश की सूची में था, जिसे अब सार्वजनिक अवकाश में परिवर्तित कर दिया गया है।
संत रविदास जयंती का महत्व
संत रविदास जी भारतीय समाज के महान संत, समाज सुधारक और कवि थे। उनकी शिक्षाएँ समानता, प्रेम और सामाजिक सद्भाव का संदेश देती हैं। संत रविदास जयंती पर उनकी शिक्षाओं और विचारों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। यह दिन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
प्रदेश सरकार का निर्णय और उसका महत्व
प्रदेश सरकार के इस निर्णय का उद्देश्य संत रविदास जी के योगदान को सम्मान देना और समाज में उनके विचारों का प्रचार-प्रसार करना है। यह अवकाश राज्य के नागरिकों को संत रविदास जी की शिक्षाओं को आत्मसात करने और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करेगा।
आदेश की जानकारी
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि संत रविदास जयंती पहले निर्बंधित अवकाश के रूप में सूचीबद्ध थी। लेकिन इसे अब सार्वजनिक अवकाश के रूप में घोषित किया गया है, जिससे राज्य के सभी शासकीय और अर्द्ध-शासकीय कार्यालय, शिक्षण संस्थान और बैंक इस दिन बंद रहेंगे।
समाज में सकारात्मक संदेश
इस निर्णय से समाज में समानता और समरसता का संदेश जाएगा। संत रविदास जी की शिक्षाएँ जाति, धर्म और भेदभाव से ऊपर उठकर मानवता और प्रेम का संदेश देती हैं।
निष्कर्ष
प्रदेश सरकार का यह कदम धार्मिक और सांस्कृतिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय है। यह फैसला न केवल संत रविदास जी के विचारों को सम्मानित करता है, बल्कि समाज में समानता और सद्भाव का संदेश भी प्रसारित करता है।