यू-डायस पोर्टल की गलत जानकारी से अपार आईडी बनाने में आ रही समस्याएं
क्या है मामला?
शिक्षा प्रणाली को डिजिटल रूप से सुदृढ़ करने के उद्देश्य से यू-डायस पोर्टल पर विद्यार्थियों की जानकारी दर्ज की जाती है। लेकिन हाल ही में इसमें बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। कई बच्चों के नाम, जन्मतिथि और अन्य विवरण गलत दर्ज कर दिए गए हैं, जिससे अपार आईडी बनाने में दिक्कतें आ रही हैं।
गलत नाम और विवरण बना परेशानी का कारण
जिले के कई बच्चों का नाम यू-डायस पोर्टल पर गलत तरीके से दर्ज है। कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:
- जेठवारा क्षेत्र के कक्षा दो के छात्र का नाम आधार कार्ड में सुपरमैन दर्ज था, जिसे यू-डायस पोर्टल पर भी वैसा ही डाला गया, जबकि विद्यालय में उसका असली नाम दर्ज है।
- लक्ष्मणपुर ब्लॉक में कक्षा पाँच के एक छात्र का नाम महिला के नाम से दर्ज किया गया है, जो वास्तविकता में अलग है।
ऐसे ही कई मामलों के कारण सॉफ्टवेयर छात्रों की जानकारी को सत्यापित नहीं कर पा रहा है और उनकी अपार आईडी बनने से रह जा रही है।
आधार कार्ड की गलतियों का सीधा असर
यू-डायस पोर्टल पर छात्रों का डेटा आधार कार्ड से लिया जाता है। अगर आधार कार्ड में गलत जानकारी है, तो वही डेटा यू-डायस में अपलोड कर दिया जाता है, जिससे बाद में समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
जिले की स्थिति
जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार राणा के अनुसार, जिले में अब तक 3.05 लाख विद्यार्थियों की अपार आईडी बन सकी है, जबकि 5.76 लाख बच्चे पंजीकृत हैं।
समस्या का समाधान
इस समस्या को हल करने के लिए निम्न उपाय किए जा सकते हैं:
- आधार कार्ड में सुधार: पहले आधार कार्ड में गलत जानकारी को सही कराया जाए।
- यू-डायस पोर्टल में संशोधन: डेटा सुधार की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।
- विद्यालय स्तर पर जांच: पंजीकरण के समय सही विवरण दर्ज करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
निष्कर्ष
यू-डायस पोर्टल पर दर्ज गलत जानकारी के कारण लाखों छात्रों की अपार आईडी अटकी हुई है। अगर इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आने वाले समय में छात्रों को शिक्षा संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संबंधित विभागों को शीघ्र समाधान निकालने की जरूरत है।