योगी आदित्यनाथ की भतीजी की शादी: उत्तराखंड में पारिवारिक और आधिकारिक दौरा
उत्तराखंड, पंचूर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पैतृक गांव पंचूर इन दिनों चर्चा में है। कारण है उनके परिवार में आयोजित एक शुभ अवसर—भतीजी की शादी। इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल ले. ज. गुरमीत सिंह (रि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।
पारिवारिक समारोह में उमड़ा राजनीतिक और सामाजिक जमावड़ा
शादी समारोह में उत्तराखंड के कई वरिष्ठ नेता और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। सीएम योगी आदित्यनाथ इस मौके पर पूरे पारिवारिक भाव से नजर आए। उनका यह दौरा सिर्फ पारिवारिक नहीं था, बल्कि इसमें शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी अहम योजनाओं की झलक भी देखने को मिली।
योगी आदित्यनाथ ने अपने बचपन के स्कूलों को बनाया साधन-संपन्न
यमकेश्वर (देहरादून)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बचपन में जिन विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण की थी, उन विद्यालयों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करवा दिया है। बचपन में साधन-विहीन रहे इन विद्यालयों को अब सीएसआर फंड के माध्यम से पूरी तरह से नवीनीकरण कर साधन-संपन्न बना दिया गया है।
योगी आदित्यनाथ करेंगे चार विद्यालयों का निरीक्षण
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी चार विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय ठांगर – जहां उन्होंने कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाई की थी।
- जूनियर हाई स्कूल ठांगर
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिथ्याणी
- राजकीय जूनियर हाई स्कूल कांडी
इन विद्यालयों को सीएम योगी की पहल पर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड से पुनर्निर्मित किया गया है। इसके तहत फर्नीचर, शिक्षा सामग्री और अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
गांव के बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा
उत्तराखंड के इन स्कूलों को साधन-संपन्न बनाने का उद्देश्य यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
योगी आदित्यनाथ की शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कई बार शिक्षा और बुनियादी ढांचे को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है। इस पहल से न केवल उत्तराखंड बल्कि अन्य राज्यों के सरकारी स्कूलों के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत हुआ है।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ की यह पहल न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने का एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह उनकी जड़ों से जुड़ाव और सामाजिक जिम्मेदारी का भी उदाहरण है। यह कदम निस्संदेह क्षेत्र के छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाएगा।