यूपीपीएससी आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023: अप्रैल-जून में हो सकती है परीक्षा
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की प्रारंभिक परीक्षा 2023 के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह परीक्षा इस साल अप्रैल से जून के बीच आयोजित की जा सकती है। आयोग ने इन तीन महीनों के दौरान परीक्षा के लिए पांच तिथियां आरक्षित की हैं।
पिछली परीक्षा का हाल
आरओ/एआरओ के 411 पदों पर भर्ती के लिए प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी 2024 को प्रदेश के 2387 केंद्रों में आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए 10,76,004 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 64% ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। हालांकि, पेपर लीक के मामले में परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।
परीक्षा स्थगित होने का कारण
परीक्षा को दिसंबर 2024 में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन परीक्षा प्रारूप और केंद्र निर्धारण को लेकर विवाद के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। आयोग को एक दिन में परीक्षा आयोजित करने के लिए पर्याप्त केंद्र नहीं मिल रहे थे, जिसके कारण अभ्यर्थियों ने विरोध जताया। इसके बाद आयोग ने एक कमेटी का गठन किया, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा की नई तिथि तय की जाएगी।
केंद्र निर्धारण की चुनौती
आयोग ने पीसीएस परीक्षा की तर्ज पर आरओ/एआरओ परीक्षा भी एक दिन में आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को केंद्र निर्धारण की सूची और सहमति पत्र मांगे गए हैं। यदि पर्याप्त संख्या में केंद्र उपलब्ध हो जाते हैं, तो परीक्षा एक दिन में आयोजित की जा सकती है।
आरक्षित तिथियां
आयोग ने 27 अप्रैल, 4 मई, 11 मई, 1 जून और 15 जून की तिथियां परीक्षा के लिए आरक्षित रखी हैं। सूत्रों के अनुसार, इस माह परीक्षा की नई तिथि का निर्णय होने की उम्मीद है। यदि निर्णय जल्द हो जाता है, तो परीक्षा 27 अप्रैल को भी आयोजित की जा सकती है।
कितने पदों पर होगी भर्ती?
आरओ/एआरओ के कुल 411 पदों में उत्तर प्रदेश सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के 322 पद, सहायक समीक्षा अधिकारी के 40 पद, यूपीपीएससी में समीक्षा अधिकारी के 9 पद, सहायक समीक्षा अधिकारी के 13 पद और सहायक समीक्षा अधिकारी (लेखा) का 1 पद शामिल है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद में समीक्षा अधिकारी के 3 पद और सहायक समीक्षा अधिकारी के 23 पद हैं।
यूपीपीएससी आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 को लेकर अभ्यर्थियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। आयोग ने परीक्षा आयोजित करने के लिए सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अब यह देखना होगा कि परीक्षा किस तिथि पर आयोजित की जाती है और अभ्यर्थियों को कब तक न्याय मिलता है।