योगी सरकार की आठवीं आर्थिक गणना 2025-26: प्रदेश के विकास की नई रोशनी
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के हर तबके तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए आठवीं आर्थिक गणना 2025-26 कराने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस गणना के माध्यम से प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक स्तर का सटीक आंकलन किया जाएगा, जिससे जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद मिलेगी।
डिजिटल माध्यम से होगी आर्थिक गणना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आठवीं आर्थिक गणना की विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस बार गणना डिजिटल माध्यम से की जाएगी, जिससे सटीक और पारदर्शी आंकड़े एकत्र किए जा सकें। इसके लिए एक वेब-आधारित मोबाइल एप्लिकेशन विकसित किया जा रहा है, जो वास्तविक समय में डेटा सत्यापन, निगरानी और विश्लेषण की सुविधा प्रदान करेगा।
महिला गणनाकारों की नियुक्ति से महिला सशक्तिकरण
योगी सरकार ने आर्थिक गणना में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिला गणनाकारों की नियुक्ति का फैसला लिया है। इससे महिलाओं को डाटा संग्रहण, तकनीकी प्रशिक्षण और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करने का अवसर मिलेगा। यह कदम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
छोटे उद्यमियों और व्यापारियों को मिलेगा लाभ
इस आर्थिक गणना का सबसे बड़ा लाभ छोटे उद्यमियों और व्यापारियों को मिलेगा। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के व्यापारियों की सही स्थिति का आंकलन करके उनके लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएंगी। इससे उनके व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
17,000 गणनाकार और 6,000 पर्यवेक्षक होंगे तैनात
आठवीं आर्थिक गणना के लिए योगी सरकार लगभग 17,000 गणनाकार और 6,000 पर्यवेक्षकों को तैनात करेगी। यह टीम प्रदेश के हर कोने में पहुंचकर आर्थिक डेटा एकत्र करेगी और सरकार को सही नीतियां बनाने में मदद करेगी।
योगी सरकार की यह पहल प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है। आठवीं आर्थिक गणना के माध्यम से प्रदेश के हर तबके तक विकास की रोशनी पहुंचेगी और उत्तर प्रदेश नई ऊंचाइयों को छूएगा।