बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक: शिक्षकों की उपस्थिति व शिक्षा गुणवत्ता पर निर्देश
मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी मोनिका रानी ने की। बैठक में जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे विद्यालयों का मासिक निरीक्षण कर शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति की जांच करें।
लापरवाह शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि यदि कोई शिक्षक लापरवाह पाया जाता है, तो उसकी रिपोर्ट बीईओ द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी जाए, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए नियमित निरीक्षण को अनिवार्य बताया गया।
उत्कृष्ट शिक्षकों का होगा सम्मान
शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए उत्कृष्ट शिक्षकों का चयन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बीएसए को निर्देश दिया कि वे चयन के लिए शिक्षण गुणवत्ता, विद्यालय की साफ-सफाई, एमडीएम (मिड-डे मील), होमवर्क आदि के पैरामीटर तय कर बीईओ को उपलब्ध कराएं। हर महीने की समीक्षा बैठक में प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा चयनित दो उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।
‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ अभियान का समर्थन
बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि होमवर्क की कॉपी पर ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ की स्टैंप लगाई जाए। यह स्टैंप बच्चों को उनके घर पर बड़ों को दिखाने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे हेलमेट पहनने की आदत को बढ़ावा मिलेगा और सड़क सुरक्षा को बल मिलेगा।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस बैठक में कई महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
- सीआरओ देवेंद्र पाल सिंह
- सीएमओ डॉ. संजय कुमार
- बीएसए आशीष कुमार सिंह
- जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर
- जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर
- अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्र
यह बैठक शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुशासन बनाए रखने के लिए सभी स्तरों पर कठोर निगरानी रखी जाएगी।