आंगनबाड़ी व सहायिकाओं के बच्चों को शिक्षा के लिए मिलेगा अनुदान
बहराइच। सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को प्रत्येक वर्ष 3000 रुपये का शैक्षणिक अनुदान दिया जाएगा। यह सहायता CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड के तहत प्रदान की जाएगी।
बहराइच से शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट
इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बहराइच जिले से शुरू किया गया है। बाल विकास विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में 27,500 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 2,200 सहायिका कार्यरत हैं। कम मानदेय होने के कारण, उनके बच्चों की शिक्षा में आर्थिक मदद देने के लिए यह योजना लागू की गई है।
आरक्षण की सुविधा भी होगी लागू
इस योजना में आरक्षण की सुविधा भी दी जाएगी। योजना के तहत:
- 50% आरक्षण विधवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के बच्चों को मिलेगा।
- 25% आरक्षण छात्राओं को मिलेगा।
- बाकी 25% उन कार्यकर्ताओं के बच्चों के लिए आरक्षित होगा, जो अत्यधिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
कैसे मिलेगा लाभ?
इस योजना के लाभ सीधे कार्यकर्ता के खाते में भेजे जाएंगे। इसके लिए जिले में डेटा एकत्र किया जा रहा है। योजना पूरी तरह से CSR फंड पर आधारित है और जल्द ही इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी का बयान
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजकपूर ने बताया कि यह योजना शिक्षा को बढ़ावा देने और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आर्थिक परेशानियों को कम करने के लिए लाई गई है। यह योजना पूरी तरह से CSR पर निर्भर है और इसमें सरकार की ओर से भी सहयोग मिल सकता है।
निष्कर्ष
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के बच्चों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए यह योजना एक सार्थक कदम है। इस योजना से उन बच्चों को आर्थिक सहायता मिलेगी, जो आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं लेकिन वित्तीय तंगी के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।