सुल्तानपुर: शिक्षक ने कबाड़ में बेचीं सरकारी किताबें!
सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश: जिले के भदँया विकास खंड में **परिषदीय स्कूल के शिक्षक द्वारा सरकारी पाठ्य पुस्तकों को कबाड़ में बेचने** का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रविवार को इस घटना की जानकारी मिलते ही **बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया**।
📌 कबाड़ की दुकान पर मिली 12 बोरी सरकारी किताबें
रविवार को **सर्वोदय चौराहे के पास एक कबाड़ की दुकान** पर लोगों ने **12 बोरी सरकारी पाठ्य पुस्तकें** देखीं। जब बोरी खोली गई तो **नई पाठ्य पुस्तकें बिखरी हुई पाई गईं**। यह देखकर स्थानीय लोगों ने **खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को सूचना दी**।
सूचना मिलते ही **खंड शिक्षा अधिकारी अजय सिंह** मौके पर पहुंचे और **ई-रिक्शा की मदद से 12 बोरी किताबों को जब्त कर बीआरसी (ब्लॉक संसाधन केंद्र) पहुंचाया**।
🔍 शिक्षक अजय भाष्कर पर लगे गंभीर आरोप
जांच के दौरान कबाड़ी **कृष्णकांत अग्रहरि** से पूछताछ की गई। उसने बताया कि **सरकारी किताबें कंपोजिट विद्यालय केनौरा में तैनात शिक्षक अजय भाष्कर** ने बेची थीं।
आश्चर्यजनक रूप से, इन किताबों में ज्यादातर मौजूदा शैक्षिक सत्र की थीं, जो छात्रों को वितरित की जानी थीं।
⚖️ बेसिक शिक्षा विभाग ने शुरू की जांच
खंड शिक्षा अधिकारी अजय सिंह ने बताया कि **मामला गंभीर है और उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है**। जल्द ही **शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो सकती है**।
❓ क्या होगी आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई?
- 🔹 आरोपी शिक्षक **निलंबित हो सकता है**।
- 🔹 FIR दर्ज कर **कानूनी कार्रवाई शुरू हो सकती है**।
- 🔹 अन्य शिक्षकों की भूमिका भी **जांच के दायरे में आ सकती है**।
📢 शिक्षा विभाग के सामने बड़ा सवाल
यह मामला **बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही** को उजागर करता है। सवाल उठता है कि **क्या अन्य स्कूलों में भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं?**
आपकी राय क्या है?
क्या सरकारी किताबों की इस तरह की बिक्री पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए? हमारे फोरम में चर्चा करें।