सीतापुर में कांग्रेस सांसद राकेश राठौर दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार, हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज
सीतापुर, उत्तर प्रदेश: कांग्रेस सांसद **राकेश राठौर** को पुलिस ने गुरुवार को **उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया**, जब वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। **उनके खिलाफ 17 जनवरी को एक महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था**। पीड़िता ने आरोप लगाया कि सांसद ने **शादी और राजनीतिक करियर बनाने का झांसा देकर चार वर्षों तक शारीरिक शोषण किया**।
हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका की खारिज
गिरफ्तारी से बचने के लिए सांसद **राकेश राठौर ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी**, लेकिन **बुधवार को कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी**। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को **उनके आवास पर छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया**।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
- गुरुवार सुबह पुलिस ने **राठौर के आवास पर छापा मारा**, जब वे पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
- गिरफ्तारी के बाद उन्हें **नगर कोतवाली ले जाया गया**, जहां करीब **30 मिनट तक पूछताछ हुई**।
- इसके बाद **जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण** कराया गया।
- फिर सांसद को **मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) की अदालत में पेश किया गया**।
- अदालत ने **उन्हें सीतापुर जिला कारागार भेजने का आदेश दिया**।
सांसद राकेश राठौर का राजनीतिक सफर
राकेश राठौर का राजनीतिक सफर **कई दलों से जुड़ा रहा है**:
- **2017 में भाजपा के टिकट पर सीतापुर सदर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए।**
- **2022 में भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए, लेकिन टिकट नहीं मिला।**
- **2024 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने।**
क्या हैं महिला के आरोप?
पीड़िता ने **15 जनवरी को नगर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी**। उसने आरोप लगाया कि:
- सांसद ने **शादी और राजनीतिक करियर बनाने का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया**।
- **चार वर्षों तक उनका यौन शोषण किया गया**।
- जब उसने **शादी का दबाव डाला, तो सांसद ने इंकार कर दिया**।
महिला के आरोपों की जांच के बाद **17 जनवरी को सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई**। पुलिस ने **दो बार समन भेजा**, लेकिन वे बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचे। इसके बाद **अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया**।
अब क्या होगा? कानूनी प्रक्रिया
अब सांसद के वकील **जिला जज की अदालत में जमानत याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं**। अगर अदालत जमानत देती है, तो वे **जेल से रिहा हो सकते हैं**। अन्यथा, उन्हें **लंबे समय तक जेल में रहना पड़ सकता है**।
राजनीतिक हलचल और विपक्ष का हमला
इस मामले को लेकर **उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा हंगामा मच गया है**। भाजपा और सपा के नेताओं ने **कांग्रेस पर हमला बोला है**। भाजपा प्रवक्ता ने कहा:
“कांग्रेस के नेता महिलाओं का शोषण करते हैं और फिर खुद को पीड़ित दिखाते हैं। जनता इस अन्याय को कभी माफ नहीं करेगी।”
वहीं, कांग्रेस नेताओं ने इसे **राजनीतिक साजिश करार दिया**। पार्टी प्रवक्ता ने कहा:
“यह एक झूठा मामला है, जो राजनीतिक दबाव बनाने के लिए गढ़ा गया है। कानून को अपना काम करने देना चाहिए।”
निष्कर्ष
**कांग्रेस सांसद राकेश राठौर की गिरफ्तारी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है**। हाईकोर्ट द्वारा **अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने के बाद उनकी कानूनी मुश्किलें और बढ़ गई हैं**।
अब देखने वाली बात होगी कि **अदालत इस मामले में क्या फैसला देती है**। क्या सांसद को जमानत मिलेगी या उन्हें **लंबे समय तक जेल में रहना पड़ेगा**?
आपकी राय?
क्या आपको लगता है कि यह एक राजनीतिक साजिश है, या सांसद को अपने कृत्यों की सजा मिलनी चाहिए?
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