शिक्षा विभाग की सख्त कार्रवाई: 10% से कम APAAR सृजन वाले विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन रोका जाएगा




कुशीनगर के 18 विद्यालयों में APAAR सृजन कार्य धीमा

🔔 कुशीनगर के 18 विद्यालयों में APAAR सृजन कार्य धीमा, शिक्षा विभाग ने दिए निर्देश

कुशीनगर, 29 जनवरी 2025 – जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, कुशीनगर ने ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (APAAR) सृजन कार्य में धीमी प्रगति को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। विभाग द्वारा जारी आदेश में जिले के 18 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है, जहां APAAR सृजन कार्य 10% से भी कम हुआ है।

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📌 क्या है APAAR सृजन कार्य?

APAAR (Automated Permanent Academic Account Registry) शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक डिजिटल प्रणाली है, जिसका उद्देश्य छात्रों के शिक्षा संबंधी सभी रिकॉर्ड को डिजिटली स्टोर करना है। यह प्रणाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और स्थायित्व लाने के लिए बनाई गई है।

⚠️ कुशीनगर के किन विद्यालयों में कार्य धीमा?

शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में निम्नलिखित 18 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है, जहां APAAR सृजन कार्य 10% से भी कम हुआ है।

S.N. UDISE कोड विद्यालय का नाम कुल छात्र लंबित छात्र पूर्ण किए गए प्रगति (%)
1 09590110603 J.H.S. SARYA (1 to 8 COMPOSITE) 60 60 0 0.00%
2 09590160804 P.P. NAUTAN KHASH 44 43 1 2.27%
3 09590161601 P.P. KATANWAR 117 113 4 3.42%
4 0959014601 P.P. SOHRAUNA 99 94 5 5.05%
5 09590116801 P.P. CHHOTKA PIPRA 41 39 2 4.88%
6 09590111602 J.H.S. JUNGLA GAY GHAT (1 to 8 COMPOSITE) 96 91 5 5.21%
7 09590130903 P.P. MISHRAULI SIDHUWA 52 49 3 5.77%
8 09590110302 K J H S MATHAINIYA BUJURG 79 74 5 6.33%
9 09590113801 P.P. NADAH 63 59 4 6.35%

📢 शिक्षा विभाग के निर्देश

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि APAAR सृजन कार्य में 10% से कम प्रगति करने वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्य / प्रभारी प्रधानाचार्य, सहायक अध्यापक, शिक्षा मित्र एवं अनुदेशकों का वेतन / मानदेय अगले आदेश तक रोक दिया जाएगा।

🚀 विभाग की अगली कार्यवाही

शिक्षा विभाग ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे इन विद्यालयों के बीईओ (BEO) और प्रधानाचार्यों से कारण बताओ नोटिस जारी करें और तेजी से कार्य पूरा करने के लिए निर्देश दें। यदि विद्यालय इस कार्य में प्रगति नहीं करते हैं, तो **और कड़ी कार्रवाई की जाएगी**।

📌 निष्कर्ष

शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि अब शिक्षा प्रणाली में डिजिटलीकरण को गंभीरता से लिया जा रहा है। APAAR सृजन कार्य में तेजी लाने के लिए **विद्यालयों को सक्रिय रूप से कार्य करने की आवश्यकता है**।

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