संयुक्त से युक्त प्रांत बनने के बाद बना उत्तर प्रदेश
प्रथम गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले बदला गया था नाम
24 जनवरी 1950 को मिला नया नाम
भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस से ठीक दो दिन पहले, यानी 24 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया। इस नाम परिवर्तन से पहले कई अन्य नामों पर भी विचार किया गया था।
युक्त प्रांत नामकरण पर विचार
२ दिसंबर 1949 को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक में युक्त प्रांत नाम पर सहमति बनी। इस बैठक में पंडित जवाहरलाल नेहरू समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। अंततः 6 जनवरी 1950 को केंद्रीय सरकार ने युक्त प्रांत नाम को स्वीकृति दी थी।
आर्यावर्त नाम पर भी हुई चर्चा
नाम बदलने की प्रक्रिया में आर्यावर्त नाम पर भी गहन चर्चा हुई थी, लेकिन इसे अधिक समर्थन नहीं मिला। तर्क दिया गया कि उत्तर प्रदेश में हिंदू-मुस्लिम संस्कृति का संगम है, इसलिए एक संतुलित नाम की आवश्यकता थी।
फर्रुखाबाद में हुई थी महत्वपूर्ण बैठक
अमर उजाला के 23 जनवरी 1950 के अंक के अनुसार, फर्रुखाबाद में आयोजित एक राजनीतिक सम्मेलन में ‘युक्त प्रांत’ नाम को लेकर चर्चा हुई थी। इस बैठक में लिए गए निर्णय को केंद्र सरकार को भेजा गया था। इस सम्मेलन में पंडित नेहरू की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
उत्तर प्रदेश: ऐतिहासिक यात्रा
- संयुक्त प्रांत से युक्त प्रांत और अंततः उत्तर प्रदेश नाम का निर्धारण।
- 24 जनवरी 1950 को नया नाम प्राप्त हुआ।
- राज्य के नाम को लेकर विभिन्न सुझावों पर गहन विचार हुआ।
- राजनीतिक और सांस्कृतिक संतुलन को ध्यान में रखा गया।