शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिकोत्सव (अभ्युदय 2024-25)
प्रदेश के समस्त परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालयों में नामांकन, उपस्थिति एवं व्यवहार में वृद्धि के साथ ही विद्यालयों से आत्मीयता, बच्चों में आत्मविश्वास, अनुशासन एवं टीम वर्क की भावना विकसित करने तथा विद्यालयी गतिविधियों में अभिभावकों/समुदाय की सक्रिय भागीदारी से बच्चों को आउट ऑफ स्कूल होने से रोकने के उद्देश्य से शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिकोत्सव (अभ्युदय 2024-25) का आयोजन माहवारी अन्तिम शनिवार को कराये जाने का निर्णय लिया गया है।
शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिकोत्सव की रूपरेखा
कार्यक्रम
- शारदा संगोष्ठी में शासनादेश File No. 099-184-201 education department/1/665028/2024 दिनांक जुलाई, 2024 के द्वारा आउट ऑफ स्कूल की परिभाषा तथा अध्यापकों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों/प्रयास आदि पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
- संगोष्ठी में विद्यालय में उपस्थित आउट ऑफ स्कूल बच्चों के अभिभावकों को आमंत्रित किया जाएगा।
- चिन्हित आउट ऑफ स्कूल बच्चों के अभिभावकों के साथ शिक्षा के महत्व, नियमित उपस्थिति के दुश्प्रभाव पर चर्चा/परिचर्चा की जाएगी।
- शारदा संगोष्ठी के अंतर्गत निम्न बच्चों एवं अभिभावकों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाएगा:
- नामांकित आउट ऑफ स्कूल बच्चों में से सर्वाधिक उपस्थिति वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार।
- आउट ऑफ स्कूल बच्चों में से सर्वाधिक उपस्थिति वाले बच्चों के अभिभावकों को कार्यशाला में सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजते रहें।
खेलकूद प्रतियोगिताएँ
- कक्षा 5-9 के बच्चों के लिए 50 तथा 100 मीटर की दौड़।
- बच्चों के लिए 100 तथा 200 मीटर की दौड़।
- बालक-बालिकाओं की 4×100 मीटर की रिले रेस।
- यदि संभव हो तो अभिभावकों की भी रिले रेस अथवा चौक एवं अन्य खेलकूद की प्रतियोगिताओं का आयोजन।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
- शिक्षकों, बच्चों एवं अभिभावकों को सम्मिलित करते हुए आउट ऑफ स्कूल बच्चों अथवा निरंतर अनुपस्थित होने के कारणों पर नाटक का मंचन किया जाएगा।
- आउट ऑफ स्कूल बच्चों के चित्रण की प्रक्रिया, विशेष प्रशिक्षण तथा आयु-संगत कक्षानुसार अधिगम स्तर को प्राप्त कराने के विषय पर आधारित एक नाटक का मंचन किया जाएगा।
- गृह आधारित शिक्षा, नियमित उपस्थिति तथा शिक्षा के महत्व सम्बन्धी विषय पर भाषण आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन।
- छात्र-छात्राओं के रचनात्मक कौशल वृद्धि के लिए गतिविधियाँ जैसे- रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिताएँ भी करायी जाएँगी।
- सांस्कृतिक विषयों पर आधारित नाटक/कहानी लेखन आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन।
फोटोग्राफी
समस्त छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों तथा अतिथियों की फोटो अवश्य ली जाए। इसके साथ ही शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिकोत्सव के दौरान समस्त गतिविधियों की फोटो एवं छोटे-छोटे वीडियो भी बनाए जाएँ।
परिषदीय विद्यालयों में शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिकोत्सव (अभ्युदय 2024-25) आयोजित कराये जाने के सम्बन्ध में।







