पाकिस्तान की नागरिकता छिपाकर शिक्षक बनी महिला, बर्खास्त
स्थान: बरेली | तिथि: 18 जनवरी 2025
पाकिस्तान की नागरिकता छिपाकर शुमायला खान नामक महिला ने प्राथमिक शिक्षक के पद पर नौकरी हासिल की। रामपुर से फर्जी दस्तावेज बनवाकर मूल निवास प्रमाण पत्र हासिल करने का मामला सामने आने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। उनके निवास प्रमाण पत्र को भी निरस्त कर दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी भानू शंकर गंगवार ने शुमायला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
नियुक्ति में फर्जीवाड़े का खुलासा
शुमायला खान ने खुद को रामपुर के बजरोही टोला निवासी बताते हुए 6 नवंबर 2015 को फतेहगंज पश्चिमी के प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में नियुक्ति पाई थी। उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर रामपुर द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र और अन्य शैक्षिक दस्तावेज प्रस्तुत किए थे। लेकिन, सत्यापन के दौरान 10 अक्टूबर 2023 को स्पष्ट हुआ कि वह पाकिस्तान की नागरिक हैं।
परिवार की पृष्ठभूमि
शुमायला की मां माहिरा का निकाह 1979 में पाकिस्तान में हुआ था। तलाक के बाद वह भारत लौटीं और अपनी दो बेटियों को भी साथ ले आईं। दोनों बेटियों की शिक्षा भारत में हुई, लेकिन माहिरा का भारतीय नागरिकता का आवेदन खारिज कर दिया गया था। इसके बावजूद उन्होंने फर्जी तरीके से निवास प्रमाण पत्र बनवा लिया।
शिक्षिका की बर्खास्तगी और वित्तीय कार्रवाई
शुमायला को बर्खास्त कर दिया गया है और उनकी नियुक्ति तिथि से वसूली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बीएसए बरेली संजय सिंह ने बताया कि शुमायला द्वारा वेतन और भत्तों के रूप में प्राप्त धन की गणना के लिए वित्त लेखाधिकारी को पत्र भेजा गया है।
पूर्व में भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
2021 में रामपुर में शुमायला की मां माहिरा को भी पाकिस्तानी नागरिक होने के आरोप में प्राथमिक शिक्षक पद से बर्खास्त किया गया था। यह मामला दिखाता है कि किस तरह फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी नौकरी प्राप्त की जा रही है।
अग्रिम विधिक कार्रवाई
एसपी उत्तरी मुकेश मिश्रा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है। यह मामला फर्जीवाड़े और सुरक्षा के लिहाज से गंभीर है।