अब चमचमाते और साफ-सुथरे नजर आएंगे परिषदीय विद्यालय
डीएम ने की पहल, स्कूलों के लिए अलग से तैनात होंगे सफाई कर्मचारी
डीएम अजय कुमार द्विवेदी की पहल
जिले में 397 ग्राम पंचायतों और 984 परिषदीय विद्यालय हैं। अब तक इन स्कूलों की सफाई की जिम्मेदारी गांव के सफाई कर्मचारियों पर थी, लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण यह कार्य व्यवस्थित रूप से नहीं हो पाता था। डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने इस समस्या का समाधान करते हुए पंचायतीराज विभाग को स्कूलों के लिए अलग से सफाई कर्मचारी तैनात करने का निर्देश दिया है।
ग्राम पंचायत निधि से होगा मानदेय का भुगतान
सफाई कर्मचारियों को 200 रुपये प्रति दिन की दर से मजदूरी दी जाएगी, जो अधिकतम 6,000 रुपये मासिक होगी। इन कर्मचारियों की नियुक्ति संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा की जाएगी।
स्कूल में रहेगा रजिस्टर, लगेगी हाजिरी
स्कूल में कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए एक अलग रजिस्टर रखा जाएगा। कर्मचारी सफाई करने के बाद रजिस्टर पर हस्ताक्षर करेंगे। यदि निरीक्षण के दौरान गंदगी पाई जाती है और रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज है, तो इसके लिए प्रधान शिक्षक को जिम्मेदार माना जाएगा।
स्वच्छता से जुड़े नए नियम
- सफाई कर्मचारी गांव के निवासी होंगे।
- ग्राम पंचायत की ओर से नाम का प्रस्ताव दिया जाएगा।
- चहारदीवारी और टाइल्स वाले स्कूलों की सुंदरता बनाए रखने के लिए नियमित सफाई आवश्यक होगी।
डीएम का बयान
“चहारदीवारी और पेंटिंग से स्कूलों की सुंदरता बढ़ी है। इसे बनाए रखने के लिए नियमित सफाई की जरूरत है। सफाई कर्मचारी नियुक्त होने के बाद स्कूलों की स्वच्छता सुनिश्चित होगी। निरीक्षण में गंदगी पाए जाने पर कर्मचारी पर कार्रवाई होगी।”