खाने वाले लाल रंग से कैंसर का खतरा: अमेरिका में प्रतिबंध







खाने वाले लाल रंग से कैंसर का खतरा: अमेरिका में प्रतिबंध

खाने वाले लाल रंग से कैंसर का खतरा: अमेरिका में लगा प्रतिबंध

वाशिंगटन, एजेंसी। कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक और अन्य प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को आकर्षक बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला लाल रंग अब गंभीर स्वास्थ्य चिंताओं का कारण बन गया है।
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने रेड नंबर 3 नामक फूड डाई पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला कैंसर और अन्य बीमारियों के जोखिम को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

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क्या है यह रेड नंबर 3 फूड डाई?

रेड नंबर 3 एक आर्टिफिशियल फूड कलर है जिसका उपयोग कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक, बेकरी प्रोडक्ट्स और अन्य प्रोसेस्ड खाद्य सामग्रियों में किया जाता है। हालांकि, इसका कार्य केवल उत्पाद को आकर्षक बनाना है, और यह किसी भी प्रकार का पोषण प्रदान नहीं करता।
इसके साथ ही, इसमें बेंजीन जैसे खतरनाक केमिकल पाए जाते हैं, जिन्हें कार्सिनोजेन (कैंसर कारक) माना जाता है।

कैंसर और स्वास्थ्य संबंधी जोखिम

शोधकर्ताओं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक इस प्रकार के आर्टिफिशियल फूड कलर का सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
इसके अलावा, अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे एलर्जी और हार्मोनल असंतुलन भी हो सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध

अमेरिका ने हाल ही में इस रंग पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन यूरोपियन यूनियन ने 1994 में ही इसे खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी।
इसके अलावा, जापान, चीन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में भी इसपर पहले से प्रतिबंध है।

सावधानियां और सेहतमंद विकल्प

  • लेबल पढ़ें: खाद्य सामग्री खरीदते समय पैकेट पर लगे लेबल को ध्यानपूर्वक पढ़ें और ऐसे उत्पादों का चयन करें जिनमें आर्टिफिशियल रंग न हों।
  • नेचुरल फूड्स को प्राथमिकता दें: जितना संभव हो, अपने आहार में प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करें।
  • कॉस्मेटिक उत्पादों से बचें: केवल खाने के लिए नहीं, बल्कि कॉस्मेटिक उत्पादों में भी आर्टिफिशियल रंगों से सतर्क रहें।

भविष्य की दिशा

इस निर्णय को लेकर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेरोल्ड मैंडे ने कहा, “यह एक लंबित लेकिन सही दिशा में लिया गया महत्वपूर्ण कदम है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि खाद्य सामग्री में प्राकृतिक रंगों के उपयोग को बढ़ावा देने से स्वास्थ्य संबंधी जोखिम को कम किया जा सकता है।

नोट: अपने आहार में बदलाव करने से पहले डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।


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