कल्पवास में बीमार पड़ीं लॉरेन पॉवेल जॉब्स, अमृत स्नान से वंचित
स्थान: महाकुंभ नगर | संवाददाता: विशेष रिपोर्ट
एलर्जी के कारण अमृत स्नान नहीं कर सकीं लॉरेन पॉवेल जॉब्स
अमेरिका की प्रसिद्ध अरबपति महिला उद्यमी लॉरेन पॉवेल जॉब्स, जो महाकुंभ में कल्पवास के लिए आई हैं,
बीमार पड़ गईं। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बताया कि
लॉरेन के हाथों में चकत्ते पड़ गए हैं, जिसकी वजह से वह अमृत स्नान नहीं कर सकीं।
ठिठुरन और बिगड़े मौसम का असर
संगम की रेती पर कड़ाके की ठिठुरन और बिगड़े मौसम के बीच लॉरेन पॉवेल जॉब्स की
बीमारी का कारण एलर्जी माना जा रहा है। वह सेक्टर-9 में
गंगेश्वर मार्ग पर स्थित अपने गुरु कैलाशानंद के शिविर में कल्पवास कर रही हैं।
लॉरेन को स्वामी कैलाशानंद ने ‘कमला’ नाम और अपना गोत्र दिया है, ताकि वह
यहां होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों और कर्मकांडों में शामिल हो सकें।
अमृत स्नान की प्रतीक्षा में था विश्व मीडिया
मकर संक्रांति के अवसर पर संगम में लॉरेन की पुण्य डुबकी का विश्व मीडिया बेसब्री से इंतजार कर रहा था।
हालांकि, उनकी खराब सेहत के कारण वह अमृत स्नान के लिए स्वामी कैलाशानंद के रथ पर सवार नहीं हो सकीं।
रथ पर कई विदेशी शिष्याएं मौजूद थीं, लेकिन लॉरेन अनुपस्थित रहीं। उनके गुरु ने बताया कि
लॉरेन शिविर में यज्ञ, हवन और अभिषेक में हिस्सा ले रही हैं और भारतीय सनातन परंपरा को अद्भुत मानती हैं।
सनातन परंपरा से जुड़ाव
स्वामी कैलाशानंद के अनुसार, लॉरेन भारतीय सनातन परंपरा की गहराई और आध्यात्मिकता से अत्यधिक प्रभावित हैं।
उन्होंने पहली बार इतनी भीड़ और सनातनी परंपराओं की भव्यता देखी है। लॉरेन का कहना है कि
भारतीय परंपराएं अलौकिक हैं और वह इस परंपरा से गहराई से जुड़ना चाहती हैं।