पांच वर्ष से गायब शिक्षकों की सेवा समाप्त होगी
बिना सूचना गायब रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी, अंतिम नोटिस जारी
गायब शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई
लखनऊ में प्राइमरी स्कूलों के आठ शिक्षक, जो पिछले पांच वर्ष से अधिक समय से बिना किसी सूचना के गायब हैं, उनकी नौकरी समाप्त की जा सकती है। बेसिक शिक्षा परिषद ने कई बार नोटिस जारी की, लेकिन शिक्षकों की ओर से कोई जवाब नहीं आया। अब इन शिक्षकों को अंतिम नोटिस जारी कर 18 जनवरी तक जवाब देने को कहा गया है। यदि जवाब नहीं आता, तो विभाग उनकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई करेगा।
प्रभावित ब्लॉकों के शिक्षक
गायब शिक्षकों में बीकेटी और चिनहट ब्लॉक के दो-दो शिक्षक शामिल हैं। इनके अलावा, सरोजनी नगर, गोसाईगंज, और मोहलालगंज के विद्यालयों के एक-एक शिक्षक भी लंबे समय से बिना बताए अनुपस्थित हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राम प्रवेश ने बताया कि इन शिक्षकों को पहले भी कई बार नोटिस दी गई थी, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला।
अंतिम नोटिस और कार्रवाई की तैयारी
विभाग ने 7 जनवरी को इन शिक्षकों को अंतिम नोटिस जारी की थी। यदि 18 जनवरी तक जवाब नहीं आता है, तो सेवा समाप्ति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बीएसए ने स्पष्ट किया है कि विभाग अब इस मामले में किसी प्रकार की देरी नहीं करेगा।
माध्यमिक शिक्षकों के बकाया एरियर पर चर्चा
इस बीच, माध्यमिक स्कूलों के करीब 250 शिक्षकों के बकाया एरियर के प्रकरण भी लंबे समय से लंबित हैं। शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने डीआईओएस से मुलाकात कर इन मामलों के शीघ्र निस्तारण की मांग की। डीआईओएस ने आश्वासन दिया कि सभी लंबित प्रकरण जल्द निपटाए जाएंगे।