बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के समय परिवर्तन की मांग
लेखक: शुभम मौर्य
तारीख: 11 जनवरी 2025
**समस्या का सारांश**
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों के समय परिवर्तन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। वर्तमान में विद्यालयों का संचालन कोरोना काल के दौरान बनाए गए टाइम एंड मोशन के अनुसार हो रहा है, जिसमें गर्मियों में समय प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और सर्दियों में प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक तय किया गया है।
**छात्रों की समस्याएं**
गांवों के छोटे बच्चे, जो बिजली और पंखों की सुविधा से वंचित विद्यालयों में पढ़ाई करते हैं, उन्हें भीषण गर्मी में असुविधा होती है। अक्टूबर माह में भी गर्मी जारी रहती है, लेकिन समय परिवर्तन नहीं किया गया है। यह बच्चों के स्वास्थ्य और पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
**आरटीई 2009 के आदेश का पालन**
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) 2009 के तहत कक्षा 1 से 5 तक 200 कार्य दिवस और 800 शिक्षण घंटे तथा कक्षा 6 से 8 तक 220 कार्य दिवस और 1000 शिक्षण घंटे का प्रावधान है। वर्तमान समय-सारणी के अनुसार यह नियम पूर्णतः पालन नहीं हो रहा है।
**नवीन समय-सारणी का सुझाव**
प्रस्तावित समय-सारणी निम्नलिखित है:
- गर्मियों में: 1 मार्च से 31 अक्टूबर तक प्रातः 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक।
- सर्दियों में: 1 नवंबर से 28 फरवरी तक प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक।
**पूर्व में किए गए प्रयास**
इस विषय में 30 दिसंबर 2024 को लोक शिकायत पोर्टल (शिकायत संख्या: GOVUP/E/2024/0096789) और उत्तर प्रदेश जनसुनवाई (शिकायत पंजीकरण संख्या: 60000240257716) पर आवेदन किया गया। लेकिन समस्या का समाधान अभी तक नहीं हुआ है।
**मुख्यमंत्री को पत्र और निवेदन**
माननीय मुख्यमंत्री से आग्रह है कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के समय में बदलाव करते हुए प्रस्तावित समय-सारणी को लागू किया जाए। यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी पढ़ाई के लिए अत्यंत आवश्यक है।

