तदर्थ शिक्षकों का धरना स्थगित, सरकार पर शीघ्र कार्यवाही का दबाव
23 दिनों से जारी था तदर्थ शिक्षकों का धरना
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर 23 दिनों से धरने पर बैठे तदर्थ शिक्षकों ने शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव से वार्ता के बाद धरना अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। यह धरना 18 दिसंबर से शिक्षक बहाली और वेतन जारी करने की मांग को लेकर जारी था।
निदेशक के आश्वासन पर धरना स्थगित
शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने आज माध्यमिक शिक्षा निदेशक से मुलाकात की। वार्ता के दौरान निदेशक ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन करने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। इसके बाद निदेशक धरना स्थल पर आए और शिक्षकों को संबोधित किया।
इस आश्वासन के आधार पर शिक्षकों ने धरना दो फरवरी तक स्थगित करने का निर्णय लिया है।
मांगें पूरी न होने पर चेतावनी
तदर्थ शिक्षकों ने स्पष्ट किया है कि यदि इस महीने के भीतर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे धरना और प्रदर्शन को अधिक तेज करेंगे। शिक्षकों की प्रमुख मांगें हैं:
- 2000 के बाद तैनात शिक्षकों की बहाली।
- वेतन जारी करने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करना।
न्याय की उम्मीद में शिक्षक
शिक्षकों का कहना है कि वे उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार अपने अधिकार पाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेगी और जल्द समाधान निकालेगी।