परस्पर तबादले में एक जैसे नियम बनाने की मांग
लखनऊ |
शिक्षकों के तबादले पर नए दिशा-निर्देश
बेसिक शिक्षा के विद्यालयों के शिक्षकों के लिए हाल ही में जिले के अंदर और एक जिले से दूसरे जिले में तबादलों के लिए शासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। हालांकि, इस नई व्यवस्था पर प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन ने सवाल उठाए हैं। एसोसिएशन का कहना है कि तबादलों के लिए अलग-अलग नियम बनाए जाने से शिक्षकों को असुविधा हो रही है।
एसोसिएशन ने जताई आपत्ति
प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि एक जिले से दूसरे जिले में तबादले के लिए प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के परस्पर तबादले का प्रावधान है। लेकिन इन तबादलों के लिए अलग-अलग नियम लागू किए गए हैं, जो शिक्षकों के लिए भेदभावपूर्ण हैं।
समान नियम लागू करने की मांग
एसोसिएशन ने जिले के अंदर और जिले के बाहर तबादलों के लिए एक जैसे नियम लागू करने की मांग की है। विनय कुमार सिंह ने कहा कि अलग-अलग नियम शिक्षकों के हितों के विपरीत हैं और इससे तबादला प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी होती है।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि शासन को शिक्षकों की सुविधा और संगठन की मांगों को ध्यान में रखते हुए नीति में बदलाव करना चाहिए।
तबादला प्रक्रिया का महत्व
शिक्षकों के तबादले शिक्षा व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। सही और समान नियम लागू करने से पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित होती है। इससे न केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि शिक्षण गुणवत्ता में भी सुधार होगा।