उत्तर प्रदेश शिक्षक सम्मेलन: शिक्षकों पर भविष्य निर्माण की बड़ी जिम्मेदारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए साख और सम्मान की अहमियत पर जोर दिया।
शिक्षकों के दायित्व पर रक्षा मंत्री का संदेश
मंगलवार को आगरा के मुफीद-ए-आम इंटर कॉलेज में आयोजित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिक्षकों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “शिक्षक अपने ज्ञान और कौशल से बच्चों के भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।” उन्होंने गुरु और शिष्य की तुलना कुंभकार और कुंभ से करते हुए कहा कि शिक्षकों को अपनी छवि और विश्वसनीयता बनाए रखनी चाहिए।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि तकनीक के कारण शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव हुआ है। अब शिक्षकों को केवल सूचना देने से आगे बढ़कर बच्चों को शिक्षित करना होगा।
शिक्षकों की साख और सम्मान
रक्षा मंत्री ने शिक्षकों से कहा कि उनकी साख और सम्मान समाज में उनकी प्रतिबद्धता और विश्वसनीयता पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, “धन से ज्यादा महत्व साख और सम्मान का है।” शिक्षक होने के नाते समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी अन्य पेशों से अधिक है।
15 प्रस्तावों पर होगा मंथन
सम्मेलन के संयोजक मुकेश शर्मा ने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान 15 प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। इनमें पुरानी पेंशन बहाली, निशुल्क चिकित्सा सुविधा, तदर्थ शिक्षकों की बहाली, विनियमितीकरण, और समान कार्य के लिए समान वेतन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग शिक्षकों द्वारा लंबे समय से की जा रही है, और इस प्रस्ताव पर विशेष मंथन होगा। सम्मेलन के बाद संगठन के स्तर पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
सम्मेलन की विशेषताएं
- तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन आगरा में।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित।
- शिक्षकों के लिए साख, सम्मान, और जिम्मेदारी पर जोर।
- 15 प्रस्तावों पर गहन चर्चा, जिसमें पुरानी पेंशन बहाली प्रमुख।