बीपीएससी-पीटी परीक्षा में अनियमितता का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा
**सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल, परीक्षा रद्द करने की मांग**
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित 13 दिसंबर की प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में अनियमितताओं का मामला अब
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। शनिवार को दाखिल याचिका में इस परीक्षा को रद्द करने के साथ ही
पटना के जिलाधिकारी और एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
याचिका पर सुनवाई मंगलवार को हो सकती है।
**छात्रों पर लाठीचार्ज और पानी की बौछार का मुद्दा उठाया गया**
याचिका में आंदोलनकारी छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज और पानी की बौछार की कड़ी निंदा की गई है। इसके अलावा
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में सीबीआई जांच कराने की भी मांग की गई है।
याचिकाकर्ताओं ने इस मामले की शीघ्र सुनवाई का आग्रह किया है, ताकि छात्रों को न्याय मिल सके।
**प्रशांत किशोर का आंदोलन: तेजस्वी और राहुल से समर्थन की अपील**
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले को लेकर अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इस आंदोलन का
नेतृत्व करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “यह आंदोलन केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि
बिहार की व्यवस्था में सुधार के लिए है।”
**प्रशांत किशोर की मांग: श्वेतपत्र जारी हो**
प्रशांत किशोर ने बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने और पेपर लीक पर
श्वेतपत्र जारी करने की मांग की है। वह पिछले चार दिनों से पटना के गांधी मैदान में अनशन पर बैठे हैं।
उनके अनुसार, यह परीक्षा प्रणाली में सुधार की लड़ाई है और इसमें सभी राजनीतिक दलों को समर्थन देना चाहिए।
**छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी**
13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी-पीटी परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए
सैकड़ों छात्रों ने परीक्षा बहिष्कार किया। यह घटना पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हुई।
आंदोलनकारियों ने परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाने की मांग की है।