भारत में आयकर बचाने के उपाय और उत्तर प्रदेश शिक्षाविभाग के कर्मचारियों के लिए आयकर आगणन
इस लेख में हम आयकर बचाने के उपायों और उत्तर प्रदेश शिक्षाविभाग के कर्मचारियों के लिए आयकर का आकलन करेंगे।
आयकर बचाने के उपाय
भारत में आयकर बचाने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए जा सकते हैं। यहां कुछ मुख्य उपाय दिए गए हैं:
- धारा 80C: 1.5 लाख रुपये तक की बचत योजनाओं जैसे PPF, EPF, NSC, ELSS, और ट्यूशन फीस पर छूट।
- धारा 80D: हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 25,000 रुपये तक (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रुपये तक) की छूट।
- हाउस लोन: होम लोन पर भुगतान किए गए ब्याज पर छूट। धारा 24(b) के तहत 2 लाख रुपये तक की छूट।
- राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS): धारा 80CCD(1B) के तहत 50,000 रुपये तक अतिरिक्त छूट।
- शिक्षा ऋण: शिक्षा ऋण पर भुगतान किए गए ब्याज पर छूट।
- दान: धारा 80G के तहत मान्यता प्राप्त संस्थाओं को किए गए दान पर छूट।
उत्तर प्रदेश शिक्षाविभाग के कर्मचारियों के लिए आयकर आगणन
यहां हम नई टैक्स स्लैब और पुरानी टैक्स स्लैब दोनों के आधार पर उदाहरण के साथ आयकर का आकलन करेंगे।
टैक्स स्लैब (वित्तीय वर्ष 2023-24)
आय सीमा | पुरानी स्लैब | नई स्लैब |
---|---|---|
₹0 – ₹2,50,000 | कर मुक्त | कर मुक्त |
₹2,50,001 – ₹5,00,000 | 5% | 5% |
₹5,00,001 – ₹10,00,000 | 20% | 10% |
₹10,00,001 से अधिक | 30% | 15% |
उदाहरण
कर्मचारी की वार्षिक आय: ₹7,00,000
1. पुरानी टैक्स स्लैब के अनुसार
- ₹2,50,000 तक – कर मुक्त
- ₹2,50,001 से ₹5,00,000 तक – 5% = ₹12,500
- ₹5,00,001 से ₹7,00,000 तक – 20% = ₹40,000
- कुल कर: ₹52,500
2. नई टैक्स स्लैब के अनुसार
- ₹2,50,000 तक – कर मुक्त
- ₹2,50,001 से ₹5,00,000 तक – 5% = ₹12,500
- ₹5,00,001 से ₹7,00,000 तक – 10% = ₹20,000
- कुल कर: ₹32,500
निष्कर्ष: नई टैक्स स्लैब के तहत ₹20,000 की बचत होती है।