**जीपीएफ घोटाले में 34 बीईओ फंसे, जांच जारी**
*2003 से 2013 के बीच शिक्षकों के खातों में 4.92 करोड़ रुपये का फर्जी भुगतान*
**अलीगढ़।**
2003 से 2013 के दौरान हुए सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) घोटाले में अलीगढ़ के 34 खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) फंस गए हैं। इस मामले में सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रयागराज, अशोक कुमार गुप्ता ने इन अधिकारियों के खिलाफ विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक और सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) को सौंपी गई है।
### **घोटाले की राशि और फर्जी भुगतान का तरीका**
इस घोटाले में 520 शिक्षकों के जीपीएफ खातों में 4 करोड़ 92 लाख 39 हजार 749 रुपये का फर्जी अग्रिम भुगतान दिखाया गया। शिक्षकों ने इसे ऋण के रूप में निकाल भी लिया, लेकिन रजिस्टर में उसकी प्रविष्टि नहीं की गई।
घोटाले की जांच में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं:
– **लेजर से पृष्ठ गायब:** फर्जी प्रविष्टियों को छिपाने के लिए लेजर से पृष्ठ फाड़ दिए गए।
– **चेक की एंट्री नहीं:** रजिस्टर में न तो चेक नंबर दर्ज हैं और न ही निरस्त चेक का उल्लेख।
– **अनधिकृत भुगतान:** भुगतान की गई राशि और चेक का कोई हिसाब-किताब नहीं।
### **जांच के घेरे में अधिकारी और कर्मचारी**
2002 से 2019 के बीच इस अवधि में 11 बीएसए और 34 बीईओ अलीगढ़ में तैनात रहे। इन अधिकारियों और पटल लिपिकों की संलिप्तता की भी जांच हो रही है।
### **जांच के घेरे में शामिल बीईओ**
इन 34 बीईओ में से कुछ का उल्लेख इस प्रकार है:
– **हरिशंकर सिंह:** वर्तमान में एटा में तैनात।
– **मो. अजहरे आलम:** मुरादाबाद में तैनात।
– **बुद्धसेन सिंह:** मथुरा।
– **कैलाश चंद्र पांडेय:** पीलीभीत (निलंबित)।
– **वंदना सैनी:** मुरादाबाद।
– **अखिलेश यादव:** वाराणसी।
– **हेमलता:** बुलंदशहर।
### **पहले भी हुई कार्रवाई**
इस घोटाले के चलते दो पटल लिपिक पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। साथ ही, अन्य कई अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
### **अधिकारियों की प्रतिक्रिया**
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार गिरि ने कहा, “बीईओ की भूमिका की जांच सोमवार से शुरू होगी। यह बीईओ जिले के विभिन्न विकास खंडों में तैनात रहे हैं।”
### **भविष्य की कार्रवाई**
जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों के खातों में हुए इस घोटाले ने पूरे शिक्षा विभाग को हिला दिया है। अब देखना यह है कि इसमें और कौन-कौन शामिल निकलते हैं।