Calender 2025

# वर्ष 2024 का पर्व एवं त्योहार कैलेंडर

वर्ष 2024 में अनेक **पर्व एवं त्योहार** हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दर्शाते हैं। यह कैलेंडर न केवल महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी प्रदान करता है, बल्कि हमें अपने पारंपरिक मूल्यों के करीब भी लाता है। यहाँ हम पूरे वर्ष के विशेष अवसरों का क्रमवार वर्णन करेंगे।



## **जनवरी: नई शुरुआत का महीना** 
जनवरी में साल की शुरुआत के साथ ही **सोम मुरुगोद सिंह जयंती** जैसे पर्व मनाए जाते हैं। 
**14 जनवरी:** मकर संक्रांति, सूर्य उपासना का पर्व। 
इस महीने ठंड के मौसम में गरमाहट लाने वाले त्यौहार हमारी परंपरा को और भी जीवंत करते हैं। 



## **फरवरी: उत्साह और उल्लास का माह** 
फरवरी में वसंत ऋतु का आगमन होता है। 
**2 फरवरी:** रविवार को विशेष धार्मिक अनुष्ठान। 
यह महीना प्रेम और उल्लास का प्रतीक है, जिसमें संत रविदास जयंती जैसे पर्व मनाए जाते हैं।



## **मार्च: रंगों का त्योहार** 
मार्च का महीना **होली** और अन्य बड़े पर्वों के लिए प्रसिद्ध है। 
**10 मार्च:** गुरुपूर्णिमा। 
– **30 मार्च:** नवरात्रि का शुभारंभ। 
इस महीने का हर दिन उमंग और रंग से भरा होता है।



## **अप्रैल: अध्यात्म का समय** 
अप्रैल में रामनवमी जैसे पर्वों की धूम रहती है। 
**16 अप्रैल:** श्रीरामनवमी। 
यह महीना अध्यात्म और भक्ति का माहौल बनाता है। 



## **मई: आध्यात्मिक साधना का महीना** 
गर्मी के बीच मई में धार्मिक उत्सवों का विशेष महत्व है। 
**20 मई:** गौनी अमावस्या। 
यह महीना हमें आत्मा को शांति और शुद्धता प्रदान करने की प्रेरणा देता है। 



## **जून: तप और त्याग का प्रतीक** 
जून में अनेक पर्व आत्म-संयम और त्याग पर जोर देते हैं। 
**10 जून:** महावीर जयंती। 
– **18 जून:** गुहागर उत्सव। 



## **जुलाई: समर्पण का महीना** 
बारिश के मौसम में जुलाई आध्यात्मिक और धार्मिक समर्पण का समय है। 
**10 जुलाई:** कराचीय पर्व। 



## **अगस्त: स्वतंत्रता और भक्ति का संगम** 
अगस्त स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी जैसे पर्वों का महीना है। 
– **15 अगस्त:** स्वतंत्रता दिवस। 
**16 अगस्त:** कृष्ण जन्माष्टमी। 



## **सितंबर: परंपराओं की झलक** 
सितंबर में **छठ पूजा** और अन्य प्रमुख त्योहार आते हैं। 
**27 सितंबर:** छठ पूजा। 



## **अक्टूबर: महात्मा गांधी और विजयादशमी** 
यह महीना **गांधी जयंती** और **दशहरा** जैसे पर्वों से भरपूर है। 
**2 अक्टूबर:** गांधी जयंती। 
**17 अक्टूबर:** विजयादशमी। 



## **नवंबर: सिख परंपराओं का सम्मान** 
नवंबर में **गुरुनानक जयंती** और अन्य पर्व मनाए जाते हैं। 
**5 नवंबर:** गुरुनानक जयंती। 



## **दिसंबर: वर्ष का समापन** 
दिसंबर का महीना वर्ष को सुंदर समापन देता है। 
– **15 दिसंबर:** जिसम पर्व। 



### **निष्कर्ष** 
हर महीने के **पर्व और त्योहार** हमें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ते हैं। यह कैलेंडर न केवल इन तिथियों की जानकारी देता है, बल्कि हमें इन पर्वों के महत्व को समझने की प्रेरणा भी देता है। 
इस साल, इन पर्वों का आनंद लें और अपने जीवन को खुशियों से भरें।

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