**69,000 शिक्षक भर्ती: आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की उम्मीदों को झटका**
**नई दिल्ली:** सुप्रीम कोर्ट में **69,000 शिक्षक भर्ती** मामले की गुरुवार को सुनवाई नहीं हो सकी, जिससे **आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों** को एक बार फिर निराशा का सामना करना पड़ा। अब इस मामले की सुनवाई **जनवरी के पहले सप्ताह** में प्रस्तावित है।
### **लगातार टल रही सुनवाई**
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे **अमरेंद्र पटेल** ने बताया कि पिछले कई महीनों से तारीखें लग रही हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने उम्मीद जताई कि न्यायालय जल्द उनकी आवाज सुनेगा और **न्याय मिलेगा।**
### **क्या है मामला?**
69,000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने **आरक्षण के नियमों** के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के अधिकारों को अनदेखा किया गया है, जिसके कारण वे अपने हक से वंचित हो रहे हैं।
### **न्याय की आस**
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी लंबे समय से इस मामले में न्याय की आस लगाए बैठे हैं। **सुप्रीम कोर्ट में देरी** उनके लिए निराशाजनक साबित हो रही है, लेकिन उनकी उम्मीदें अब भी कायम हैं कि **नए साल में इस मामले का सकारात्मक समाधान** निकलेगा।
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**निष्कर्ष:**
यह मामला न केवल हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य से जुड़ा है, बल्कि यह **आरक्षण की संवैधानिक व्याख्या और अधिकारों** की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। उम्मीद की जा रही है कि **जनवरी के पहले सप्ताह में सुनवाई** से अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी।