**आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई: अरिहंत पब्लिकेशन के छह ठिकानों पर छापामारी**
आयकर विभाग ने **पब्लिशिंग इंडस्ट्री के किंग** कहे जाने वाले **अरिहंत पब्लिकेशन** पर बड़ी कार्रवाई करते हुए छह अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापामारी दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के आयकर अधिकारियों की टीमों द्वारा की गई। अरिहंत पब्लिकेशन, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों के लिए प्रसिद्ध है, पर **करोड़ों की टैक्स चोरी** का आरोप है।
### **छापेमारी के मुख्य ठिकाने**
सुबह सात बजे से शुरू हुई छापेमारी में आयकर विभाग की छह टीमें शामिल थीं।
1. **साकेत स्थित आवास (कोठी नंबर 147):** संचालक योगेश चंद्र जैन के आवास पर दस्तावेजों की गहन जांच की गई।
2. **मोहम्मदपुर फेस-2 का पोर्टफोलियो:**यहाँ से बड़े पैमाने पर दस्तावेजों की बरामदगी हुई।
3. **बाईपास बिग बाइट के पास स्थित फैक्ट्री:** सबसे बड़ी टीम ने यहां छापा मारा। 18 गाड़ियों में बड़ी संख्या में अधिकारी पहुंचे।
4. **कालिंदी कुंज की फैक्ट्री:** यहां भी तलाशी और जांच-पड़ताल की गई।
5. **सुशांत सिटी स्थित मनोज सिंघल का आवास:** मनोज सिंघल, जो ग्रुप के लिए जमीन खरीदफरोख्त का काम करते हैं, के यहां छानबीन की गई।
6. **आर्किटेक्ट असित गुप्ता का ठिकाना:** ग्रुप से जुड़े आर्किटेक्ट के दस्तावेज खंगाले गए।
### **400 करोड़ से अधिक सालाना कारोबार**
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार अरिहंत पब्लिकेशन का **सालाना टर्नओवर 400 करोड़ रुपये से अधिक** है। विभाग को आशंका है कि इस ग्रुप ने **करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी** की है।
### **कर्मचारियों को रोका गया, फैक्ट्री पर जाम**
बाईपास फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान लगभग 250 से अधिक कर्मचारियों को फैक्ट्री के बाहर ही रोक दिया गया। इससे बाईपास पर जाम की स्थिति बन गई। मौके पर पहुंची परतापुर थाना पुलिस ने स्थिति संभाली, लेकिन किसी को भी फैक्ट्री के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
—
**कल्पतरू फाइनेंस कंपनी पर ईडी की नजर: 10 हजार खाताधारकों का 50 करोड़ बकाया**
फर्रुखाबाद में **कल्पतरू फाइनेंस कंपनी** भी जांच एजेंसियों के रडार पर है। कंपनी के लगभग 10 हजार खाताधारकों के **50 करोड़ रुपये** अभी भी बकाया हैं। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने भोलेपुर स्थित कार्यालय में रखे कंप्यूटर और दस्तावेजों का निरीक्षण किया।
### **ईडी ने लिए खातों की जानकारी**
ईडी अधिकारियों ने पूर्व प्रबंधक सुमन शर्मा से कंपनी के चार खातों के नंबर भी मांगे हैं। यह आशंका जताई जा रही है कि कंपनी ने खाताधारकों का पैसा हड़पने के लिए **अनियमितताएं की हैं।**
—
**निष्कर्ष**
इन छापामारियों से यह स्पष्ट है कि कर चोरी और वित्तीय अनियमितताओं पर **सरकार की सख्त नजर** है। चाहे अरिहंत पब्लिकेशन का टैक्स चोरी का मामला हो या कल्पतरू फाइनेंस कंपनी के निवेशकों के साथ धोखाधड़ी, ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई से **कानून का राज स्थापित** होगा।