### **पांच दिन में छमाही परीक्षा, 48 घंटे में रिजल्ट का निर्देश**
**बेसिक शिक्षा निदेशक के आदेश से शिक्षकों में बढ़ी चिंता**
**बहराइच।**
बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों में छमाही परीक्षाओं को लेकर नई समयसारिणी जारी की है। इसके तहत 23 दिसंबर से 28 दिसंबर तक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी, और सिर्फ 48 घंटे के अंदर परीक्षाफल तैयार कर छात्रों को रिपोर्ट कार्ड वितरित करना होगा। बेसिक शिक्षा निदेशक के इस आदेश से प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के बीच **चिंता और असमंजस** की स्थिति बन गई है।
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### **23 दिसंबर से शुरू होगी परीक्षा**
जिले में संचालित 2,803 परिषदीय विद्यालयों में पांच लाख से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। इन परीक्षाओं को अक्टूबर में आयोजित किया जाना था, लेकिन विभिन्न कारणों से इन्हें स्थगित कर दिया गया। अब नई योजना के तहत 23 दिसंबर से 28 दिसंबर तक परीक्षाएं होंगी।
– **30 दिसंबर** को रिपोर्ट कार्ड वितरित करने का आदेश दिया गया है।
– 31 दिसंबर से **शीतकालीन अवकाश** शुरू हो जाएगा।
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### **परीक्षा का स्वरूप**
– **कक्षा 1:** केवल मौखिक परीक्षा।
– **कक्षा 2 और 3:** 50 अंकों की मौखिक और 50 अंकों की लिखित परीक्षा।
– **कक्षा 4 और 5:** 70 अंकों की लिखित और 30 अंकों की मौखिक परीक्षा।
– **कक्षा 6 से 8:** केवल लिखित परीक्षाएं।
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### **शिक्षकों पर बढ़ा कार्यभार**
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष **विद्या विलास पाठक** ने आदेश की आलोचना करते हुए कहा कि शिक्षकों को पहले से ही कई जिम्मेदारियां निभानी पड़ रही हैं।
– इतने कम समय में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना, परीक्षाफल तैयार करना और रिपोर्ट कार्ड वितरित करना **असंभव** प्रतीत हो रहा है।
– शिक्षकों ने **समन्वय और व्यवहारिक नीति अपनाने** की मांग की है।
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### **समयसारिणी में गड़बड़ी**
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी समयसारिणी में कक्षा 2 से 5 तक के कई महत्वपूर्ण विषय शामिल नहीं किए गए हैं।
– **कक्षा 2 में:** संस्कृत, सामाजिक विज्ञान, कला और विज्ञान विषय गायब हैं।
– **कक्षा 3 से 5 तक:** विज्ञान का विषय शामिल नहीं है।
इससे शिक्षा विभाग की **तैयारी और समर्पण पर सवाल** खड़े हो रहे हैं।
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### **शिक्षा विभाग का पक्ष**
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) **आशीष सिंह** ने कहा कि परीक्षाओं को शुचिता से संपन्न कराने के लिए खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और परिणाम समय पर घोषित किए जाएंगे।
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### **शिक्षकों की मांग**
शिक्षकों का कहना है कि छात्रों की शिक्षा पर बेहतर फोकस करने के लिए विभाग को व्यावहारिक और संतुलित निर्णय लेने चाहिए।
– **परिणाम तैयार करने की समय सीमा** बढ़ाई जानी चाहिए।
– समयसारिणी में सभी विषयों को शामिल कर स्पष्टता प्रदान करनी चाहिए।
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### **निष्कर्ष**
बेसिक शिक्षा विभाग का यह आदेश छात्रों और शिक्षकों दोनों पर **अनावश्यक दबाव** डाल रहा है। शिक्षकों की मांग है कि परीक्षा परिणाम और रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए समय सीमा को बढ़ाया जाए ताकि यह प्रक्रिया व्यवस्थित तरीके से पूरी हो सके। **शिक्षा में सुधार और संतुलन की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।**