23 लाख छात्र “परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024” में शामिल, शिक्षा गुणवत्ता का होगा आकलन*

**23 लाख छात्र “परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024” में शामिल, शिक्षा गुणवत्ता का होगा आकलन** 

**नई दिल्ली।** 
देशभर के तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा के लगभग **23 लाख छात्र** बुधवार को **”परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024″** में भाग लेंगे। यह महत्वपूर्ण परीक्षा तीन साल के अंतराल के बाद **782 जिलों** में आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन और समग्र विकास का आकलन करना है। 

### **क्या है “परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024”?** 
यह सर्वेक्षण **राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020** की सिफारिशों के तहत आयोजित किया जा रहा है। इसे **राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी)** ने तैयार किया है और इसका उद्देश्य छात्रों के **आधारभूत, प्रारंभिक और मध्य चरणों** में विकसित क्षमताओं का मूल्यांकन करना है। 
– **मूल्यांकन के क्षेत्र:** परीक्षा में **भाषा, गणित, हमारे आस-पास की दुनिया, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान** जैसे विषयों पर छात्रों का मूल्यांकन होगा। 
– **उद्देश्य:** 
  – छात्रों की **शिक्षा और कौशल विकास** की जरूरतों को समझना। 
  – उनके सीखने की प्रगति और कमजोरियों का पता लगाना। 
  – बेहतर **शिक्षा सुधार और उपचारात्मक उपायों** की योजना बनाना। 

### **परीक्षा में शामिल होंगे सभी प्रकार के स्कूल** 
“परख” सर्वेक्षण देशभर के सभी प्रकार के स्कूलों को कवर करेगा, जिनमें शामिल हैं: 
– **सरकारी स्कूल:** केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संचालित। 
– **सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल।** 
– **निजी स्कूल।** 
इस व्यापक कवरेज से देश के विभिन्न हिस्सों के छात्रों की शिक्षा गुणवत्ता का बेहतर आकलन होगा। 

### **23 भाषाओं में आयोजित होगी परीक्षा** 
परीक्षा को भारत के भाषाई विविधता को ध्यान में रखते हुए **23 भाषाओं** में आयोजित किया जाएगा। इनमें शामिल हैं: 
असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, अंग्रेजी, मिजो, गारो और खासी। 
इससे सभी क्षेत्रों और भाषाओं के छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित होंगे। 

### **आधारभूत से मध्य स्तर तक का आकलन** 
यह सर्वेक्षण विशेष रूप से **तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा** के छात्रों पर केंद्रित है। 
– तीसरी कक्षा के छात्रों के **आधारभूत कौशल** जैसे भाषा और गणित पर ध्यान दिया जाएगा। 
– छठी और नौवीं कक्षा में छात्रों के **विश्लेषणात्मक, वैज्ञानिक और सामाजिक समझ** का आकलन किया जाएगा। 

### **राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बड़ी पहल** 
“परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण” को **एनईपी 2020** के तहत शिक्षा सुधारों के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल छात्रों की वर्तमान शैक्षणिक स्थिति का मूल्यांकन करेगा बल्कि: 
1. शिक्षकों और स्कूलों को उनकी कमजोरियों और मजबूतियों को समझने में मदद करेगा। 
2. शिक्षण पद्धतियों में सुधार के लिए डेटा प्रदान करेगा। 
3. सभी छात्रों को गुणवत्ता शिक्षा की दिशा में प्रेरित करेगा। 

### **निष्कर्ष** 
“परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024” भारत में शिक्षा गुणवत्ता को मापने और सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके माध्यम से छात्रों के प्रदर्शन और उनके सीखने की जरूरतों को समझकर शिक्षा नीति को बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। **23 लाख छात्रों** की भागीदारी और 23 भाषाओं में परीक्षा का आयोजन इस सर्वेक्षण को एक ऐतिहासिक प्रयास बनाता है। 

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