**फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी: बेसिक शिक्षा विभाग में पांच शिक्षक बर्खास्त**
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज के सहारे सहायक अध्यापक की नौकरी करने वाले पांच शिक्षकों को सोमवार देर शाम बर्खास्त कर दिया गया। यह कार्रवाई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अजय कुमार गुप्ता के निर्देश पर की गई। जांच में खुलासा हुआ कि इन शिक्षकों ने अपनी नियुक्ति के लिए कूट रचित दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था। अब इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और सरकारी धन की वसूली की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
### **फर्जी दस्तावेज और पहचान का सवाल**
जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि न केवल इन शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी थे, बल्कि उनके नाम और पते की भी सत्यता पर संदेह है। बर्खास्त किए गए शिक्षकों के नाम और पते उनके अभिलेखों में दर्ज हैं, लेकिन यह जांच के बाद ही साफ होगा कि वे वास्तविक हैं या नहीं। यह भी संभव है कि आरोपियों ने अपने नाम और पते भी फर्जी तरीके से दर्ज कराए हों।
### **बर्खास्तगी और वेतन वसूली**
बर्खास्त शिक्षकों की सेवाएं उनके नियुक्ति की तिथि से समाप्त कर दी गई हैं। अब तक उन्हें सरकारी मद से दिए गए वेतन का आकलन किया जा रहा है, ताकि उस राशि की वसूली के लिए नोटिस जारी किया जा सके। संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करें।
### **एफआईआर और गिरफ्तारी की तैयारी**
फर्जी नियुक्ति के इस गंभीर मामले में अब तक आरोपियों पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन इसकी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। बीएसए ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज कराई जाए। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि उनके नाम और पते असली हैं या नहीं।
### **बर्खास्त शिक्षकों के नाम और पते**
बर्खास्त किए गए शिक्षकों के नाम और उनके फर्जी अभिलेखों में दर्ज पते निम्नलिखित हैं:
1. **विनोद कुमार**: पिता का नाम श्रीप्रसाद, निवासी ग्राम हेंगापुर तप्पा दुबौलिया, परगना अमोढ़ा, तहसील हरैया, जिला बस्ती।
2. **सतीश**: पिता का नाम राम अवतार, निवासी 163 खेड़ा मोहल्ला, पोस्ट थाना, तहसील शिकोहाबाद, जिला फिरोजाबाद।
3. **राहुल वर्मा**: पिता का नाम कृष्ण कुमार वर्मा, निवासी 108 राधानगर, थाना व तहसील हरदोई, जिला हरदोई।
4. **कर्मवीर सिंह**: पिता का नाम अमरजीत सिंह, निवासी मोहल्ला शंभूनगर, शिकोहाबाद, जिला फिरोजाबाद।
5. **सुमित शर्मा**: पिता का नाम दिनेश चंद्र, निवासी सिरसा रोड, सिरसागंज, जिला फिरोजाबाद।
### **आगे की कार्रवाई**
बीएसए ने स्पष्ट किया है कि सभी बर्खास्त शिक्षकों पर जितनी भी धनराशि का व्यय हुआ है, उसकी वसूली की जाएगी। यह सरकारी धन का दुरुपयोग है, और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही, ऐसे मामलों को रोकने के लिए विभाग में दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया को और सख्त किया जाएगा।
यह मामला शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाता है। यह जरूरी है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
