**सरकारी स्कूल शिक्षकों पर सख्ती: अब दिन में तीन बार होगी हाजिरी**
बेतिया : सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और शिक्षिकाओं पर शिक्षा विभाग ने सख्ती बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। अब शिक्षकों की दिन में **तीन बार उपस्थिति दर्ज** कराने का निर्देश दिया गया है। यह नई व्यवस्था **1 दिसंबर** से लागू होने जा रही है। विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में इस निर्णय को अंतिम रूप दिया गया।
**तीन बार हाजिरी का उद्देश्य**
बेतिया जिला शिक्षा अधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने बताया कि यह नई पहल शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों की उपस्थिति विद्यालय अवधि में पूरी तरह सुनिश्चित करना जरूरी है।
**वर्तमान व्यवस्था और बदलाव**
फिलहाल, विद्यालयों में शिक्षकों की **दो बार हाजिरी** दर्ज होती है—विद्यालय अवधि की शुरुआत और अंत में। लेकिन कई जगहों से शिकायतें मिल रही थीं कि विद्यालय अवधि के दौरान शिक्षक स्कूल में मौजूद नहीं रहते। इस समस्या के समाधान के लिए **दिन में तीन बार उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था** लागू करने का निर्णय लिया गया है।
**तीसरी हाजिरी औचक होगी**
जिला शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, तीसरी हाजिरी औचक (रेडम) दर्ज कराई जाएगी। यह किसी भी समय विद्यालय अवधि के बीच में हो सकती है। इसके लिए जिलाधिकारी या शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारी किसी भी समय विद्यालय में जाकर उपस्थिति की जांच करेंगे।
**गैरहाजिर शिक्षकों पर होगी कार्रवाई**
औचक चेकिंग के दौरान विद्यालय में गैरहाजिर पाए जाने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य शिक्षकों के विद्यालय अवधि के दौरान गायब रहने की आदत पर रोक लगाना है।
**शिक्षा विभाग का प्रयास**
शिक्षा विभाग का मानना है कि इस नई व्यवस्था से शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित होगी और विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल बेहतर बनेगा। विभाग लगातार शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार और बदलाव के लिए काम कर रहा है, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
**1 दिसंबर से लागू होगी व्यवस्था**
नई हाजिरी व्यवस्था **1 दिसंबर** से लागू होगी। इसमें शिक्षकों को विद्यालय अवधि की शुरुआत, मध्य और अंत में उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इस व्यवस्था के जरिए शिक्षा विभाग विद्यालयों की निगरानी और शिक्षकों की जवाबदेही को मजबूत करना चाहता है।
**निष्कर्ष**
शिक्षकों पर निगरानी बढ़ाने का यह निर्णय शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है। इससे न केवल शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित होगी, बल्कि बच्चों की पढ़ाई पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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