वीडियो कॉल व चैट कर निगरानी करते रहे: पीड़िता ने बताया कि
जालसाज व्हाट्सएप कॉल के साथ ही अन्य गतिविधियों को जानने के लिए चैट और वीडियो कॉल भी करते थे। जालसाजों ने पीएनबी से 5 नवंबर को पांच लाख रुपये एचडीएफसी के खाते में, छह नवंबर को पांच लाख रुपये आईसीआईसीआई बैंक के खाते में, आठ नवंबर को आठ लाख रुपये बंधन बैंक खाते में में ट्रांसफर कराए।
■ एफडी तोड़ने की बात कहने पर बेटे को बतायाः पीड़िता के मुताबिक अपने खातों में जमा सारा पैसा ठगों के बताए खाते में जमा कर दिया। बेटे ने कई बार उनको परेशान देखकर पूछा, लेकिन डर के चलते उन्होंने कुछ नहीं बताया। 12 नवंबर को जालसाजों ने शिखा को व्हाट्सएप कॉल कर सभी एफडी तोड़कर खाते में जमा करने की बात कही तो उनको शक हुआ। उन्होंने हिम्मत जुटाकर बेटे व बहू को पूरी बात बताई। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। 13 नवंबर को शिखा ने साइवर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया।
ये लोग हो चुके हैं डिजिटल अरेस्ट
■ एसजीपीजीआई की डॉ. रुचिका टंडन को डिजिटल अरेस्ट कर जालसाजों ने वसूले थे 2.81 करोड़।
हजरतगंज के अशोक मार्ग पर रहने वाले डॉक्टर पंकज रस्तोगी की पत्नी दीपा से वसूले गए थे 2.71 करोड़।
■ अलीगंज सेक्टर एच निवासी डॉक्टर अशोक सोलंकी को 36 घंटे डिजिटल अरेस्ट कर ठगे गए थे 48 हजार।
गोमतीनगर में वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना को भी ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया था। उनकी बहू की सतर्कता के चलते वह बाल-बाल बच गए थे।
■ हजरतगंज निवासी मरीन इंजीनियर एके सिंह को होटल में 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखकर उनसे 84 लाख रुपये वसूल गए थे।
■ तालकटोरा के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अविनाश श्रीवास्तव को एक घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट कर 98 हजार वसूले थे।
