
नई दिल्ली। खाने-पीने की वस्तुओं की बढ़ती कीमतों ने अक्तूबर 2024 में खुदरा महंगाई को 6.21% के स्तर पर पहुंचा दिया, जो पिछले 14 महीनों में सबसे ऊंचा है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई इस स्तर पर पहुंचने के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 6% के निर्धारित दायरे से बाहर हो गई है। इससे पहले अगस्त 2023 में यह महंगाई दर 6.83% थी, जबकि सितंबर 2024 में यह बढ़कर 5.49% हो गई थी, जो नौ महीने का उच्चतम स्तर था।
*खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि:* राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, अक्तूबर में खाद्य महंगाई 10.87% तक पहुंच गई, जो सितंबर में 9.24% थी। खाने-पीने की वस्तुओं की बढ़ती कीमतें आम उपभोक्ताओं के बजट पर भारी असर डाल रही हैं।