वाल्मीकि जयंती पर अवकाश बहाल, मंदिरों में होगा रामायण पाठ ✨
श्रावस्ती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को श्रावस्ती में एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि सात अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। साथ ही संस्कृति विभाग प्रदेशभर के मंदिरों में रामायण पाठ और अन्य धार्मिक आयोजन भी कराएगा।
पहले खत्म हुई छुट्टी, अब बहाल 📌
वर्ष 2017 में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद कई छुट्टियाँ रद्द कर दी गई थीं। तर्क था कि विकास और प्रशासनिक कार्यों को गति देने के लिए काम के घंटे बढ़ाना जरूरी है। उसी दौरान वाल्मीकि जयंती की छुट्टी भी खत्म कर दी गई थी।
पिछले कुछ समय से लगातार यह मांग उठ रही थी कि इस अवकाश को बहाल किया जाए। संभल, शाहजहांपुर समेत कई जिलों में इसके लिए ज्ञापन सौंपे गए।
डॉ. लालजी निर्मल का हस्तक्षेप 🙌
दो दिन पहले डॉ. आंबेडकर ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर वाल्मीकि जयंती पर अवकाश बहाल करने की मांग रखी। इसके तुरंत बाद ही श्रावस्ती में सीएम योगी ने यह घोषणा कर दी।
सियासी मायने भी गहरे 🎯
राजनीतिक जानकार इस फैसले को भाजपा की सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं। वाल्मीकि समाज को पारंपरिक रूप से भाजपा का समर्थक माना जाता है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित कई क्षेत्रों में भाजपा को वाल्मीकि समाज और अन्य छोटी जातियों का मजबूत समर्थन मिला था।
सरकारी कलम की राय ✍️
योगी सरकार का यह फैसला न सिर्फ धार्मिक आस्था का सम्मान है, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से भी अहम है। लंबे समय से उठ रही मांग पूरी होने से वाल्मीकि समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा। अब देखना होगा कि क्या यह कदम आगामी पंचायत और विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए ‘मास्टरस्ट्रोक’ साबित होता है।