🎉 शिक्षक दिवस पर CM योगी का तोहफा: अब शिक्षकों को मिलेगी कैशलेस चिकित्सा सुविधा!
किसे-किसे का लाभ मिलेगा? 👩🏫👨🍳
सरकार ने स्पष्ट किया कि यह सुविधा सिर्फ बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों के नियमित शिक्षकों तक सीमित नहीं रहेगी। योजना में निम्नलिखित समूह भी शामिल होंगे:
- शिक्षामित्र (इंटर्नल/परोजना-आधारित सहायक शिक्षक)
- अनुदेशक और अन्य शैक्षणिक सहायक
- रसोइया और स्कूल के अन्य समर्थन स्टाफ
यानी स्कूल से जुड़े सभी महत्वपूर्ण कर्मी अब चिकित्सा लाभ के दायरे में आएंगे — यह एक समावेशी और प्रयोगात्मक कदम है। 👏
मानदेय वृद्धि पर भी काम चल रहा है 💼
सीएम ने यह भी बताया कि शिक्षामित्र व अनुदेशक के मानदेय बढ़ाने के संबंध में एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। कमेटी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद सरकार सकारात्मक निर्णय लेगी। इस कदम से वेतन संबंधी कई मुद्दों पर भी आशा जगी है। 📈
सरकार का उद्देश्य और असर
सरकार का यह कदम दो बड़े उद्देश्य पूरा करता है:
- स्वास्थ्य सुरक्षा: शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों को आर्थिक बोझ से मुक्ति—अचानक बीमारियों या आपात स्थितियों में तुरंत उपचार संभव। 🏥
- समावेशिता: सभी श्रेणियों के स्कूल कर्मचारी शामिल कर उनमें आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना बढ़ाना। 🤝
क्या बदलने की उम्मीद है?
यदि यह योजना सुचारू रूप से लागू हुई तो:
- अस्पताल में भर्ती व महंगी दवाइयों के समय आर्थिक तंत्र आसान होगा।
- शिक्षकों की कार्यनिष्ठा और मनोबल में सुधार की संभावना रहेगी।
- छात्र-शिक्षक संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा—क्योंकि स्वस्थ शिक्षक बेहतर शिक्षण देंगे।
शिक्षक समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय स्तर पर इस घोषणा को गर्मजोशी से लिया जा रहा है—विशेषकर उन शिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ के बीच जो आर्थिक रूप से असुरक्षित स्थिति में रहते हैं। कई शिक्षण संस्थाओं ने इस कदम को “समयपर्याप्त और आवश्यक” बताया है।