यूपी TET प्रमाणपत्र अब होगा आजीवन 📝
उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास कर चुके अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। अब TET प्रमाणपत्र की वैधता 5 वर्ष के बजाय आजीवन मान्य होगी। यह निर्णय राज्य सरकार ने एनसीटीई (NCTE) के दिशा-निर्देशों के आधार पर लिया है और इसे 11 फरवरी 2011 से पूर्व प्रभाव (retrospective effect) के साथ लागू किया गया है।
क्या है नया नियम?
- पहले TET प्रमाणपत्र केवल 5 वर्षों तक मान्य होता था।
- अब इसे रिवैलिडेट (Revalidate) करके आजीवन (Lifetime) के लिए मान्य कर दिया गया है।
- यह नियम सभी अभ्यर्थियों पर लागू होगा जिन्होंने 11 फरवरी 2011 के बाद TET पास किया है।
सरकार का निर्णय क्यों लिया गया?
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने 9 जून 2021 को दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें सुझाव दिया गया था कि शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाणपत्र को आजीवन मान्यता दी जाए। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर विचार कर 16 जून 2021 को शासनादेश जारी कर दिया।
अभ्यर्थियों के लिए फायदे क्या हैं?
- बार-बार TET पास करने की जरूरत खत्म – एक बार पास करने के बाद यह प्रमाणपत्र हमेशा के लिए मान्य रहेगा।
- प्रमोशन और नियुक्ति में आसानी – अब TET प्रमाणपत्र की समयसीमा खत्म होने की चिंता नहीं रहेगी।
- पुराने प्रमाणपत्र भी मान्य – जिन अभ्यर्थियों का प्रमाणपत्र 5 वर्ष की समयसीमा पार कर चुका है, वह भी आजीवन मान्य माना जाएगा।
कब से लागू होगा?
- यह आदेश पूर्वव्यापी प्रभाव (Retrospective Effect) से लागू होगा।
- यानी 11 फरवरी 2011 से जारी सभी TET प्रमाणपत्र आजीवन मान्य होंगे।
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उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम से शिक्षकों और अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है। अब एक बार TET पास करने के बाद उन्हें दोबारा परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होगी।