सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: अब शिक्षक पदोन्नति और नियुक्ति के लिए TET अनिवार्य
📰 तारीख: 01 सितम्बर 2025
सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया है, जो देशभर के शिक्षकों और अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों पर बड़ा असर डालेगा।
फैसले की मुख्य बातें
- TET अब सबके लिए अनिवार्य
- जो शिक्षक नयी नियुक्ति चाहते हैं या पदोन्नति (Promotion) पाना चाहते हैं, उन्हें TET पास करना अनिवार्य होगा।
- बिना TET पास किए न तो नियुक्ति मिलेगी, न पदोन्नति।
- पुराने शिक्षकों को राहत, लेकिन शर्तों के साथ
- जो शिक्षक RTE/TET नियम लागू होने से पहले भर्ती हुए थे और जिनकी सेवा में 5 साल से कम बचे हैं, वे बिना TET पास किए सेवानिवृत्ति तक रह सकते हैं।
- लेकिन, अगर वे पदोन्नति चाहते हैं, तो TET पास करना अनिवार्य होगा।
- जिनके पास 5 साल से ज्यादा सेवा शेष है, उन्हें 2 साल के भीतर TET पास करना होगा, वरना उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्त (Compulsory Retirement) कर दिया जाएगा।
- अल्पसंख्यक संस्थानों पर भी असर
- कोर्ट ने इस मुद्दे को बड़े बेंच को भेजा है कि क्या अल्पसंख्यक स्कूलों पर RTE Act लागू होगा या नहीं।
- इसके लिए चार अहम सवाल मुख्य न्यायाधीश को रेफर किए गए हैं, जिनमें प्रामति केस (Pramati Judgment) की पुनर्विचार जरूरत पर भी सवाल है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
सुप्रीम कोर्ट ने माना कि कई शिक्षक दशकों से पढ़ा रहे हैं, और अचानक उन्हें बाहर करना अन्यायपूर्ण होगा। इसलिए धारा 142 (Article 142) का उपयोग कर व्यावहारिक समाधान निकाला गया।
शिक्षकों के लिए क्या करना जरूरी है?
- अगर पांच साल से कम सेवा बची है → आप आराम से सेवानिवृत्ति तक पढ़ा सकते हैं।
- अगर पांच साल से ज्यादा सेवा बाकी है → 2 साल के भीतर TET पास करना होगा।
- अगर पदोन्नति चाहिए → TET हर हाल में पास करना होगा।
आगे क्या होगा?
- आधिकारिक आदेश की कॉपी 1–2 दिन में सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर अपलोड होगी।
- तब तक यह आदेश अस्थायी जानकारी के तौर पर मानें।

